शुभांशु इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन के लिए प्राइम एस्ट्रोनॉट चुने गए:ISRO ने बताया- प्रशांत नायर बैकअप होंगे

Updated on 03-08-2024 01:21 PM

भारत ने इंडो यूएस स्पेस मिशन के लिए अपना प्राइम एस्ट्रोनॉट चुन लिया। ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला इस मिशन के मुख्य अंतरिक्ष यात्री होंगे। ISRO ने शुक्रवार, 2 अगस्त को बताया कि कैप्टन प्रशांत नायर को भी इस मिशन के लिए चुना गया है। वे बैकअप के तौर पर इसका हिस्सा होंगे।

शुभांशु इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन (ISS) कब जाएंगे, इसकी तारीख का ऐलान अभी नहीं हुआ है। हालांकि, दोनों की इसी हफ्ते में ट्रेनिंग शुरू हो जाएगी। ISRO ने बताया कि मानव अंतरिक्ष उड़ान केंद्र (HSFC) ने ISS के लिए अपने आगामी एक्सिओम-4 मिशन के लिए अमेरिका स्थित एक्सिओम स्पेस के साथ अंतरिक्ष उड़ान समझौता (SFA) किया है।

4 गगनयात्रियों में से शुभांशु का चयन
ISRO ने कहा, '4 गगनयात्रियों में से नेशनल मिशन असाइनमेंट बोर्ड ने शुभांशु और प्रशांत का चयन किया है। इंडो यूएस स्पेस मिशन करार से भारत को अपने आगामी गगनयान मिशन को पूरा करने में मदद मिलेगी।'

आगे क्या- शुभांशु और प्रशांत अमेरिका जाएंगे
ग्रुप कैप्टन शुभांशु और ग्रुप कैप्टन प्रशांत दोनों को अगस्त के पहले हफ्ते से अमेरिका में मिशन के लिए ट्रेनिंग दी जाएगी। स्पेस मिशन के दौरान चयनित गगनयात्री साइंटिफिक रिसर्च और तकनीकों का परीक्षण करेंगे। इसके अलावा वे स्पेस में आउटरीच एक्टिविटी में भी शामिल होंगे।

सुखोई और मिग जैसे फाइटर प्लेन उड़ा चुके हैं शुभांशु
शुभांशु की उम्र 38 साल है। वे एक फाइटर पायलट और कॉम्बेट लीडर हैं। उनके पास 2000 घंटे से ज्यादा की उड़ान का अनुभव है। उन्होंने अब तक सुखोई-30MKI, मिग-21, मिग-29, जगुआर, हॉक, डॉर्नियर और एएन-32 जैसे विमानों को उड़ाया है।

शुभांशु का जन्म 10 अक्टूबर 1985 को उत्तर प्रदेश के लखनऊ में हुआ था। शुभांशु, राष्ट्रीय रक्षा अकादमी (NDA) के पूर्व छात्र भी हैं। उन्हें 17 जून 2006 के भारतीय वायुसेना की लड़ाकू स्ट्रीम में कमीशंड किया गया था।

कैप्टन प्रशांत नायर गगनयात्रियों में सबसे उम्रदराज

कैप्टन प्रशांत बालकृष्णन नायर चार गगनयात्रियों में से सबसे उम्रदराज (47 साल) हैं। प्रशांत भी NDA के पूर्व छात्र रह चुके हैं। उन्हें एयरफोर्स एकेडमी में सोर्ड ऑफ ऑनर भी मिला था। प्रशांत का जन्म 26 अगस्त 1976 को केरल के तिरूवजियाड में हुआ था। उन्हें 19 दिसंबर 1998 को भारतीय वायुसेना की फाइटर स्ट्रीम में कमीशन दिया गया था।

ग्रुप कैप्टन नायर एक क्लास-ए के फ्लाइट ट्रेनर हैं। उनके पास 3000 घंटे से ज्यादा की उड़ान का अनुभव है। उन्होंने सुखोई-30MKI, मिग-21, मिग-29, हॉक, डोर्नियर और An-32 एयरक्राफ्ट भी उड़ाए हैं।

प्रशांत ने सुखोई-30MKI स्क्वॉड्रन की कमान संभाली है। वे अमेरिका के स्टॉफ कॉलेज के पूर्व छात्र भी रह चुके हैं। इसके अलावा वे डिफेंस सर्विसेज स्टाफ कॉलेज, वेलिंग्टन और फ्लाइंग इंस्ट्रक्टर्स स्कूल, तांबरम में डायरेक्टिंग स्टाफ भी हैं।



अन्य महत्वपुर्ण खबरें

 20 September 2024
हरारे: अफ्रीकी देश जिम्बाब्वे में अधिकारियों ने अपने भूखे लोगों को भोजन उपलब्ध कराने के लिए हाथियों को काटने का फैसला लिया है। वन्य अफसरों ने 200 हाथियों को काटकर उनका…
 20 September 2024
कोलंबो: श्रीलंका के राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे का कहना है कि दक्षिण एशिया और हिंद प्रशांत क्षेत्र कठिन समय से गुजर रहा है। चीन को लेकर उन्होंने कहा कि श्रीलंका-चीन के संबंध…
 20 September 2024
बीजिंग: न्यूक्लियर फ्यूजन एक ऐसी प्रक्रिया है, जिससे सूर्य को शक्ति मिलती है। लंबे समय से 'नकली सूर्य' को क्लीन एनर्जी के लिए एक विकल्प के रूप में देखा जाता रहा…
 20 September 2024
रियाद: सऊदी अरब में तीन विमानों ने सड़क के रास्ते से करीब एक हजार किमी का सफर किया है। ट्रकों पर लदे ये विमान जब शहरों के बीच से गुजरे…
 19 September 2024
रियाद: सऊदी क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान ने एक बार फिर फिलिस्तीन की आजादी की बात कही है। सऊदी प्रिंस ने कहा कि स्वतंत्र फिलिस्तीनी देश के बिना सऊदी अरब इजरायल…
 19 September 2024
तेल अवीव: लेबनान पेजर हमले से ठीक से उबरा भी नहीं था कि एक बार फिर धमाकों की नई लहर देखी गई है। बुधवार को लेबनान में वॉकी-टॉकी में धमाका देखा…
 19 September 2024
वॉशिंगटन: भारतीय मूल की अमेरिकी एस्ट्रोनॉट सुनीता विलियम्स का आज 59वां जन्मदिन है। सुनीता 19 सितंबर, 1965 को अमेरिका के ओहियो पैदा हुई थीं। उनका सफर एनापोलिस, मैरीलैंड में अमेरिकी नौसेना…
 19 September 2024
लेबनान। लेबनान में मंगलवार को हुए सीरियल पेजर ब्लास्ट के बाद अब आज बुधवार को लेबनान में फिर से ब्लास्ट की खबर है। यह धमाका वॉकी-टॉकी डिवाइस में किया गया है।…
 19 September 2024
नई दिल्ली/इस्लामाबाद । भारत और पाकिस्तान के बीच 64 साल पहले सिंधु जल संधि हुई थी। संधि के कारण भारत को अपनी जरूरतें दरकिनार कर पाकिस्तान के लिए हिमालय की नदियों…
Advt.