भोपाल । नगरीय प्रशासन एवं विकास संचालनालय एवं नगर निगम भोपाल द्वारा आयोजित ”सोन चिरैया आजीविका उत्सव-2021“ की समाप्ति जैसे-जैसे नजदीक आ रही है स्व सहायता समूह की महिलाओं द्वारा बनाये गये उत्पादों की खरीदारी के लिए नागरिकों का रूझान बढ़ता जा रहा है और शिवाजी नगर स्थित महिला हाट बाजार में खरीदारों का सैलाब सा उमड़ा पड़ रहा है।
शनिवार को जहां एक ओर बड़ी संख्या में नागरिक उत्सव में पहुंचे वहीं खजुराहों के सांसद एवं प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वी.डी. शर्मा एवं भोपाल दक्षिण-पश्चिम विधानसभा के विधायक पी.सी. शर्मा ने महिला हाट बाजार पहुंचकर यहां प्रदर्शित उत्पादों का अवलोकन किया और उत्पादों की गुणवत्ता व बनावट आदि की सराहना कर स्व सहायता समूह के सदस्यों का उत्साहवर्धन किया और खरीदारी भी की। आजीविका उत्सव में नागरिकों की मनोरंजन हेतु सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति भी दी गई। इस मौके पर नगरीय प्रशासन एवं विकास संचालनालय के अपर आयुक्त नागेन्द्र सिंह, नगर निगम के अपर आयुक्त के.एस. परिहार, भाजपा जिला अध्यक्ष सुमित पचौरी आदि सहित बड़ी संख्या में स्व सहायता समूहों के सदस्य व गणमान्य नागरिक मौजूद थे।
राजधानी भोपाल के शिवाजी नगर स्थित महिला हाट बाजार में आयोजित ”सोन चिरैया आजीविका उत्सव-2021“ में नागरिकों ने गहरी दिलचस्पी लेते हुए अपनी आवश्यकता एवं दीपावली के दृष्टिगत दीये, लक्ष्मी जी, गणेश जी की प्रतिमायें, पूजन सामग्री, सजावटी आइटम्स, परिधान, अचार, मसाले आदि की खरीदारी की और प्रदेश के विभिन्न अंचलों के पारंपरिक व प्रसिद्ध व्यंजनों का भी आनंद लिया। खजुराहों के सांसद व भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वी.डी. शर्मा व भोपाल दक्षिण-पश्चिम विधानसभा के विधायक पी.सी. शर्मा ने महिला हाट बाजार पहुंचकर महिला स्व सहायता समूह के स्टॉलों पर प्रदर्शित उत्पादों का अवलोकन किया और स्व सहायता समूह द्वारा बनाये गये विभिन्न उत्पादों की सराहना करते हुए खरीदारी भी की।
”सोन चिरैया आजीविका उत्सव-2021“ का आयोजन गत 22 अक्टूबर से 31 अक्टूबर 2021 तक सभी जिला मुख्यालयों पर किया जा रहा है। राजधानी के शिवाजी नगर स्थित महिला हाट बाजार में आजीविका उत्सव में कुल 26 जिलों के 80 से अधिक महिला स्व सहायता समूहों की बहनों द्वारा निर्मित उत्पादों का प्रदर्शन एवं विक्रय किया जा रहा है जिसमें गोबर से बने दीपक, पंचगव्य से निर्मित पूजन सामग्री, सजावटी सामग्री, बेग, पर्स, अगरबत्ती, अचार, पापड़, बड़ी, मुरब्बा, मसाले, हैण्डलूम, वस्त्र, मीनाकारी, शिल्प के उत्पादन, खिलौने, सेनेटरी पेड आदि शामिल है। इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य शहरी आजीविका समूहों के कौशल का उन्मुखीकरण एवं उत्पादों की मार्केटिंग के बेहतर अवसर उपलब्ध कराना है। उत्सव में उक्त उत्पादों के साथ ही विभिन्न जिलों के पारंपरिक व विशिष्ट व्यंजनों के स्टॉल भी लगाए गए हैं और उत्सव में आने वाले नागरिकों के मनोरंजन हेतु विभिन्न प्रकार के सांस्कृतिक व संगीत के कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे है। महिलाओं को आर्थिक रूप से सुदृढ़ बनाने हेतु विशेषज्ञों द्वारा विभिन्न योजनाओं की जानकारी एवं उनकी समस्याओं के समाधान हेतु गुप डिसकशन व व्याख्यान आदि की भी व्यवस्था की गई है।