विनेश फोगाट पर खेल कोर्ट का पूरा ऑर्डर:कहा- वजन बढ़ने की जिम्मेदार रेसलर, जॉइंट मेडल देने का नियम नहीं

Updated on 20-08-2024 04:32 PM

पेरिस ओलिंपिक में 100 ग्राम वजन ज्यादा होने पर डिस्क्वालिफाई हुईं हरियाणा की पहलवान विनेश फोगाट के केस में कोर्ट ऑफ आर्बिट्रेशन फॉर स्पोर्ट्स (CAS) ने 24 पेज की ऑर्डर कॉपी जारी की है। इसमें CAS ने कहा कि किसी भी खिलाड़ी का वजन कम-ज्यादा होने का कारण और जिम्मेदार खुद खिलाड़ी ही है। नियमों से ऊपर कुछ नहीं हो सकता।

CAS ने आगे कहा कि खेलों में सभी प्रतिभागियों के लिए नियम समान होते हैं। विनेश फोगाट का वजन निर्धारित सीमा से 100 ग्राम अधिक था। उन्होंने इस मामूली बढ़त को शामिल करने की दलील दी थी।

उन्होंने कहा था कि वजन इसलिए बढ़ा, क्योंकि मासिक धर्म (पीरियड्स) के कारण पानी की रिटेंशन हुई और ज्यादा पानी का इनटेक हुआ। विनेश की तरफ से जॉइंट मेडल की मांग की गई। कोर्ट ने इसे स्वीकार नहीं किया और स्पष्ट कर दिया कि नियमों में कोई भी ढील नहीं दी जा सकती।​​​

CAS के ऑर्डर की खास बातें...

1. पानी की कमी की दलील दी
CAS ने कहा कि इस बात में कोई विवाद नहीं है कि विनेश फोगाट फाइनल से पहले वजन मापने के दौरान असफल साबित हुईं। यानी उनका वजन 50 किग्रा वेट कैटेगरी के लिहाज से ज्यादा पाया गया। इसमें विनेश का मानना यह था कि सिर्फ 100 ग्राम वजन ज्यादा है। इसे पीरियड्स, वॉटर रिटेंशन के चलते विलेज तक आने के कारण पानी नहीं मिल पाया।

2. नियम सभी के लिए समान
एथलीट्स के लिए समस्या यह है कि वजन को लेकर नियम साफ हैं और सभी के लिए समान भी हैं। इसमें कितना ज्यादा है, यह देखने के लिए कोई सहनशीलता प्रदान नहीं की गई है। यह सिंगलेट (फाइटिंग के दौरान पहलने वाली जर्सी) के वजन की भी अनुमति नहीं देता है। यह भी साफ है कि एथलीट को ही यह देखना होगा कि उसका वजन नियम के अनुसार ही हो।

3. थोड़ी भी छूट देने का अधिकार नहीं
यूनाइटेड वर्ल्ड रेसलिंग (UWW) के नियमों में साफ दिया गया है कि पहलवान को न सिर्फ टूर्नामेंट के शुरुआत में खेलने के योग्य होना चाहिए, बल्कि पूरे टूर्नामेंट के दौरान ही उसे योग्य होना चाहिए। यानी एंट्री से लेकर फाइनल तक ऐसे में नियमों में जरा भी अधिकार नहीं दिया गया है कि थोड़ी भी छूट दी जाए।

4. उस दिन के हालात पर छूट का प्रावधान नहीं
एथलीट ने यह भी मांग की है कि वजन के नियमों में दी गई लिमिट को उस दिन की उसकी व्यक्तिगत परिस्थितियों के अनुसार बदला जाए और उस लिमिट पर सहनशीलता लागू की जाए। यानी 100 ग्राम वजन को ज्यादा न समझा जाए और 50 किग्रा वेट कैटेगरी में खेलने की अनुमति दी जाए। मगर, नियमों को देखा जाए तो उसमें ऐसी कोई छूट देने का प्रावधान ही नहीं है। नियम साफ हैं कि 50 किग्रा वेट एक लिमिट है. इसमें व्यक्तिगत तौर पर सहूलियत देने या विवेकाधिकार प्रदान करने का कोई प्रावधान नहीं है।

5. विनेश ने पहले मापे गए वजन की दलील दी
एथलीट का पहले दिन का वजन नियम के अनुसार था। उन्हें दूसरे दिन यानी फाइनल से पहले भी वजन माप में सफल होना था। नियमों के अनुच्छेद 11 के लागू होने के कारण विनेश टूर्नामेंट से बाहर हो गईं और बिना किसी रैंक के आखिरी स्थान पर आ गईं। इसने उनसे सिल्वर मेडल भी छीन लिया गया, जो उन्होंने सेमीफाइनल जीतने के साथ ही पक्का कर लिया था।

इस पर विनेश की दलील है कि वो सिल्वर मेडल के लिए योग्य और पात्र बनी रहीं और 6 अगस्त (पहले दिन) को उनका जो सफल वजन माप हुआ था, उसे दूसरे दिन भी लागू किया जाए।

6. नियमों में मेडल देने का प्रावधान नहीं
नियमों में कोई विवेकाधिकार नहीं दिया गया है। इसे लागू करने के लिए एकमात्र मध्यस्थ पूरी तरह से बाध्य हैं। एकमात्र मध्यस्थ इस दलील में भी दम देखता है कि फाइनल से पहले जो वजन माप किया गया था, वो नियम के खिलाफ था तो विनेश को सिर्फ फाइनल के लिए अयोग्य माना जाना चाहिए। यानी उन्हें सिल्वर दिया जाना चाहिए, लेकिन दुर्भाग्य से आवेदक के लिए नियमों में यह भी सुविधा भी प्रदान नहीं की गई है।

7. फैसला कानूनी रूप से लिया गया
एथलीट ने यह अनुरोध किया है कि अपील किए गए निर्णय को इस तरह से अलग रखा जाए कि नियमों के अनुच्छेद 11 में दिए गए परिणाम लागू न हों या अनुच्छेद 11 को इस तरह से समझा जाए कि यह सिर्फ टूर्नामेंट के आखिरी दौर पर लागू हो और यह टूर्नामेंट के शुरुआत से ही लागू न हो। यह विवाद का विषय नहीं है कि एथलीट दूसरे वजन-माप में असफल रहा। आवेदक ने नियमों के अनुच्छेद 11 को चुनौती नहीं दी है। इसका मतलब यह है कि फैसला कानूनी रूप से लिया गया था और अनुच्छेद 11 लागू होता है।

8. जॉइंट मेडल का नियम नहीं
एथलीट ने यह भी माना है कि नियमों के लिहाज से वो अयोग्य हो गई हैं। इस कारण सेमीफाइनल में उनसे हारने वाली एथलीट फाइनल खेलने के लिए योग्य हो गई हैं। उन्हें ही सिल्वर या गोल्ड मेडल प्रदान किया गया। विनेश यह नहीं चाहती कि कोई अन्य पहलवान अपना मेडल खो दे। वो तो संयुक्त रूप से दूसरा सिल्वर मेडल चाहती हैं। ऐसे में कोई नियम नहीं है, जिसके आधार पर विनेश को संयुक्त रूप से दूसरा सिल्वर मेडल दिए जाने की सहूलियत प्रदान की जाए।

9. कोई गैरकानूनी काम नहीं किया
इन सभी नियमों और बातों का मतलब है कि एकमात्र मध्यस्थ विनेश द्वारा मांगी गई राहत को देने से इनकार करता है और उनका यह आवेदन खारिज करता है। एकमात्र मध्यस्थ ने यह पाया है कि विनेश ने खेल के मैदान में एंट्री की और पहले ही दिन 3 राउंड के मुकाबले में फाइटिंग करते हुए जीत हासिल की। इसके दम पर उन्होंने पेरिस ओलिंपिक गेम्स में 50 किग्रा वेट कैटेगरी के रेसलिंग फाइनल में पहुंचीं।

मगर, दूसरे दिन वजन माप में वो असफल रहीं और फाइनल के लिए अयोग्य हो गईं। विनेश की ओर से कोई भी गलत काम (गैरकानूनी) करने का कोई संकेत नहीं मिला है।

देश का सबसे लंबा रोड शो

विनेश शनिवार 17 अगस्त को पेरिस से देश लौटीं। उनका काफिला सुबह 11 बजे दिल्ली एयरपोर्ट से 13 घंटे में उनके पैतृक गांव बलाली (चरखी दादरी जिला) पहुंचा। विनेश के काफिले ने 125 किलोमीटर की दूरी तय की। यह देश का अब तक का सबसे लंबा रोड शो था। रास्ते में 100 जगहों पर विनेश का स्वागत किया गया।



अन्य महत्वपुर्ण खबरें

 23 November 2024
हैदराबाद: इंडियन प्रीमियर लीग 2025 का मेगा ऑक्शन जेद्दा में 24 और 25 नवंबर को होने वाला है। इसमें कोलकाता नाइटराइडर्स को तीसरी बार आईपीएल का खिताब जितवाने वाले श्रेयस अय्यर…
 23 November 2024
भारतीय बल्लेबाज तिलक वर्मा टी-20 क्रिकेट में लगातार तीन पारियों में शतक लगाने वाले पहले खिलाड़ी बन गए हैं। उन्होंने सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी 2024-25 के पहले मैच में मेघालय…
 23 November 2024
पर्थ टेस्ट के दूसरे दिन भारत की बढ़त 218 रन हो गई है। टीम ने कंगारुओं को पहली पारी में 104 रन पर समेट दिया। स्टंप्स तक इंडिया ने दूसरी…
 23 November 2024
भारत ने बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के पहले मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया पर 218 रन की बढ़त बना ली है। भारतीय टीम ने शनिवार को दूसरे दिन का खेल समाप्त होने तक दूसरी…
 22 November 2024
पर्थ: भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच ऑप्टस स्टेडियम में बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी का पहला टेस्ट आज यानी 22 नवंबर से खेला जा रहा है। भारतीय टीम ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी…
 22 November 2024
पर्थ: ऑस्ट्रेलिया के खिलाफबॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी के पहले टेस्ट मैच में टॉस जीतकर बल्लेबाजी कर रही भारतीय टीम की शुरुआत खराब रही। यशस्वी जायसवाल के बाद देवदत्त पडिक्कल भी अपना खाता…
 22 November 2024
पर्थ: ऑस्ट्रेलिया पहुंचते ही वही हुआ जिसका डर था। पहले टेस्ट मैच के पहले दिन भारतीय बैटिंग ऑर्डर की पोल खुल गई। खासतौर पर टॉप ऑर्डर बुरी तरह फेल नजर आया।…
 22 November 2024
नई दिल्ली: बीसीसीआई ने उन गेंदबाजों की सूची जारी की है जिन्हें ससपेक्ट गेंदबाजी एक्शन के कारण बैन कर दिया गया है या बैन होने के खतरे में हैं। मनीष पांडे…
 22 November 2024
टेस्ट और वनडे में भारत के रेगुलर कप्तान रोहित शर्मा 24 नवंबर को ऑस्ट्रेलिया पहुंचेंगे। वह पर्थ में टीम से जुड़ेंगे, लेकिन टेस्ट टीम का हिस्सा नहीं होंगे। वह दूसरे…
Advt.