कोरबा पुरूष नसबंदी को बढ़ावा देने के उद्देश्य से जिले में पुरूष नसबंदी पखवाड़ा आयोजित किया जा रहा है। नसबंदी के लिए यह जागरूकता अभियान 4 दिसंबर 2021 तक आयोजित किया जाएगा। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. बी.बी. बोर्डे ने जिले में पुरूष नसबंदी जागरूकता के लिए सारथी रथ को हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया। यह रथ सभी विकासखण्डों के गांवो में जाकर लोगों को नसबंदी जागरूकता के बारे में प्रचार-प्रसार करेगा। डॉ. बोर्डे ने बताया कि पुरूष नसबंदी कराने वाले हितग्राहियों को 3 हजार रूपए प्रोत्साहन राशि दी जाएगी।
इसी प्रकार महिला नसबंदी कराने वाली हितग्राहियों को 2 हजार रूपए की प्रोत्साहन राशि दी जाएगी। इस बार पुरूष नसबंदी पखवाड़ा को ’पुरूषों ने परिवार नियोजन अपनाया, सुखी परिवार का आधार बनाया’ की थीम पर मनाया जा रहा है। पखवाड़े के पहले चरण में लाभार्थियों को पुरूष नसबंदी की जानकारी दी जाएगी। इसमें पुरूष कार्यकर्ता द्वारा मोर मितान-मोर संगवारी का आयोजन किया जाएगा।
इसके अंतर्गत क्षेत्र के सभी लक्ष्य दंपत्तियों के पुरूषों से संपर्क कर व्यक्तिगत चर्चा में नसबंदी के फायदे बताते हुए पुरूष नसबंदी से संबंधित मिथकों को दूर करते हुए परामर्श दिया जाएगा। इसके दूसरे चरण में सेवाएं उपलब्ध कराए जाएंगे।
सारथी रथ को रवाना कार्यक्रम के दौरान जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. सी.के. सिंह, जिला कार्यक्रम प्रबंधक डॉ. अशरफ अंसारी, प्रोग्राम मैनेजर- शहरी अशोक सिंह राठौर, जिला सलाहकार आर.एम.एन.सी.एच.ए. डॉ. हर्षा ताम्रकार, बायोमेडिकल इंजीनियर अनीस शर्मा तथा अन्य अधिकारी-कर्मचारी मौजूद रहे।
सीएमएचओ डॉ. बोर्डे ने बताया कि पुरूष नसबंदी पखवाड़ा के दौरान पुरूष नसबंदी के फायदों के बारे में लोगों को बताया जाएगा। उन्होंने बताया कि पुरूष नसबंदी पूरी तरह से सुरक्षित है। यह परिवार नियोजन का एक सरल, सुरक्षित और असरदार उपाय है। पुरूष नसबंदी या एन.एस.व्ही. या बिना चिरा-बिना टांका नसबंदी करवाने के पश्चात किसी तरह के आराम की जरूरत नहीं पड़ती।
पुरूष नसबंदी करवाने के पश्चात साईकिल, रिक्शा, बस आदि चलाने में किसी तरह की तकलीफ नहीं होती है। पुरूष नसबंदी या एन.एस.व्ही. करवाने में 5 से 10 मिनट का ही समय लगता है। एन.एस.व्ही. हो जाने पर अस्पताल में भर्ती होने की भी जरूरत नहीं होती। पुरूष नसबंदी कराने से पति-पत्नी के आपसी शारीरिक संबंधो में भी कोई दिक्कत नहीं आती है। सीएमएचओ ने बताया कि इस बार एन.एस.व्ही.टी. जिला चिकित्सालय कोरबा एवं सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र कटघोरा में किया जाएगा।
उन्होंने अधिक से अधिक संख्या में उपस्थित होकर इस आयोजन को सफल बनाने में अपनी भागीदारी निभाने का अनुरोध जनसमुदाय से भी किया है। जिला कोरबा में इस सत्र से मिशन परिवार विकास योजना का संचालन भी किया जाएगा। इसके अंतर्गत विभिन्न गतिविधियों का क्रियान्वयन किया जाएगा। गर्भ निरोधक साधन अंतरा इंजेक्शन की उपलब्धता उप स्वास्थ्य केन्द्र तक कराई गई है। सभी स्वास्थ्य केन्द्रों में कंडोम बॉक्स भी उपलब्ध कराया गया है। कंडोम एवं गर्भ निरोधक गोलियों का सामाजिक विपणन मितानिनों के माध्यम से किया जाएगा। मिशन परिवार विकास अभियान में जनसमुदाय के सहयोग से मितानिनों द्वारा सास-बहु सम्मेलन तथा नई पहल का आयोजन किया जाएगा। इसके अंतर्गत मितानिनों द्वारा अपने कार्यक्षेत्र में नवविवाहित दंपत्तियों के मध्य परिवार नियोजन साधन को अपनाने के उद्देश्य से परिवार नियोजन किट का वितरण किया जाएगा।