तालिबान के पास सेलरी देने के पैसे नहीं, तंगहाली से परेशान चीन में अफगान राजदूत ने दिया इस्तीफा

Updated on 11-01-2022 08:12 PM

काबुल अफगानिस्तान में तालिबान राज आने के बाद से देश की अर्थव्यवस्था का बुरा हाल हो गया है। अमेरिका ने अफगानिस्तान के अरबों डॉलर रोक लिए हैं और तालिबान अब दुनिया के सामने झोली फैलाए खड़ा है। इस बीच तालिबान ने विदेशों में अफगान राजदूतों को पैसा भेजना बंद कर दिया है। ये सभी राजदूत पिछली अशरफ गनी सरकार के रखे हुए हैं। इससे उनके सामने पैसे की किल्लत शुरू हो गई। चीन में तो अफगान राजदूत जाविद अहमद कइम ने एक पत्र लिखकर इस्तीफा दे दिया है।

उनका यह इस्तीफा सोशल मीडिया पर सुर्खियां बना हुआ है। अफगान राजदूत ने अपने पत्र में खुलासा किया है कि उनके कर्मचारियों को पिछले कई महीने से सैलरी नहीं दी जा रही थी, केवल एक रिसेप्शनिस्ट ही बचा है, जो फोन कॉल का जवाब देता है। जाविद ने ट्वीट करके कहा चूंकि पिछले 6 महीने से हमें काबुल से कोई सैलरी नहीं मिली है, हमने राजनयिकों के बीच ही एक कमिटी बनाई थी ताकि वित्तीय संकट को हल किया जा सके।

उन्होंने यह पत्र अफगान विदेश मंत्रालय को एक जनवरी को भेजा था, लेकिन सोमवार को इसे ट्वीट करके दुनिया के सामने ला दिया। राजदूत जाविद ने अपने उत्तराधिकारी के लिए कुछ पैसा छोड़ दिया है। उन्होंने कहा कि आज के दिन में 1 जनवरी 2022 को बैंक खाते में एक लाख डॉलर बचे हुए हैं। जाविद ने यह नहीं बताया कि वह अब आगे कहां जा रहे हैं। जाविद के पत्र से खुलासा हुआ है कि उन्होंने दूतावास की 5 कारों की चाबी को अपने ऑफिस में ही छोड़ दिया है। उन्होंने एक स्थानीय कर्मचारी को नियुक् किया है, ताकि सभी राजनयिकों के चले जाने पर लोगों के फोन कॉल का जवाब दिया जा सके।

दुनियाभर में कुछ ऐसी ही हालत ज्यादातर अफगान दूतावासों की है। इन दूतावासों को अभी भी वे लोग चला रहे हैं जो पूर्ववर्ती अशरफ गनी सरकार के प्रति वफादार हैं। जाविद ने बताया कि काबुल पर तालिबान के कब्जे के बाद कई अफगान राजनयिक चीन से चले गए। उन्होंने अपने इस्तीफे को 'एक सम्मानित जिम्मेदारी का अंत' करार दिया। पत्र में कहा गया है मेरा मानना है कि कोई नया आदमी आएगा तब कोई (पुराना) राजनयिक बचा ही नहीं होगा। कई लोगों का दावा है कि चीन सरकार ने जाविद की मदद नहीं की जो अभी तालिबान सरकार की खुशामद में जुटी हुई है।

अभी तक यह स्पष् नहीं हुआ है कि जाविद की जगह पर तालिबान किसे राजदूत बनाएगा। तालिबान की ओर से अभी इस इस्तीफे पर कुछ नहीं कहा गया है। जाविद नवंबर 2019 में राजदूत बनाए गए थे और उन्होंने तालिबान के प्रतिनिधिमंडल के चीन दौरे पर चिंता जताई थी। इसके कुछ सप्ताह बाद ही तालिबान ने अफगानिस्तान पर कब्जा कर लिया।


अन्य महत्वपुर्ण खबरें

 22 September 2024
बेरूत: इजरायल डिफेंस फोर्स (आईडीएफ) ने कहा है कि उसके शुक्रवार को लेबनान में किए गए हमले में हिजबुल्लाह की राडवान फोर्स के कई शीर्ष कमांडर मारे गए हैं। हमले में…
 22 September 2024
इस्लामाबाद: इस्लाम के प्रचार के नाम पर अपने भाषणों से नफरत फैलाने वाला भगोड़ा जाकिर नाईक पाकिस्तान जा रहा है। जाकिर नाईक की पाकिस्तान यात्रा ऐसे समय हो रही है, जब…
 22 September 2024
वॉशिंगटन: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को अमेरिका में क्वाड शिखर सम्मेलन की शुरुआत में चीन पर निशाना साधा। पीएम मोदी ने कहा कि क्वाड एक्टिव रहने के लिए बना है…
 22 September 2024
कोलंबो: श्रीलंका के चुनाव में नेशनल पीपुल्स पावर (NPP) के नेता अनुरा कुमारा दिसानायके श्रीलंका के 9वें कार्यकारी राष्ट्रपति बनने वाले हैं। शुरुआती डाक मतदान परिणामों के आधार पर उनकी बढ़त…
 22 September 2024
वॉशिंगटन: अमेरिका में क्वाड की मीटिंग हुई। इस मीटिंग में परोक्ष रूप से पाकिस्तान का भी जिक्र आया। क्वाड समूह के नेताओं ने शनिवार को मुंबई के 26/11 आतंकी हमले और…
 21 September 2024
बेरूत: इजरायल ने लेबनान में एक एयर स्ट्राइक में हिजबुल्लाह के वरिष्ठ कमांडर समेत हिजबुल्लाह के 10 लड़ाकों को ढेर कर दिया है। जिस इमारत पर हमला हुआ, लेबनान के आंतरिक…
 21 September 2024
वॉशिंगटन: अमेरिका में भारतीय दूतावास के परिसर में एक अधिकारी का शव मिला है। रहस्यमय परिस्थितियों में अधिकारी की मौत से हड़कप मच गया है। शुक्रवार को एक बयान में अधिकारी…
 21 September 2024
 बेरूत। इसी सप्ताह लेबनान में हजारों पेजर और रेडियो सेट में विस्फोट के बाद इजरायल और हिजबुल्ला भिड़ गए हैं। शुक्रवार को दिनदहाड़े इजरायल ने लेबनान की राजधानी बेरूत पर हवाई…
 21 September 2024
बीजिंग।  चीन के एक जू से एक हैरान करने वाला वीडियो सामने आया है। यहां पर लोग जिसे पांडा समझकर उत्सुकता के साथ देख रहे थे। वह असल में डॉग…
Advt.