काबुल । अफगानिस्तान पर कब्जे के बाद तालिबान ने सरकार बना ली हो, लेकिन पंजशीर प्रांत के लड़ाकों ने हार नहीं मानी है। नेशनल रेजिस्टेंस फ्रंट (एनआरएफ) ने घोषणा की हैं कि वह अफगानिस्तान में समानांतर सरकार चलाएगा और तालिबानी सरकार को नहीं मानेगा।
बता दें कि पंजशीर अफगानिस्तान का इकलौता ऐसा प्रांत है, जहां तालिबान पूरी तरह कब्जा नहीं कर सका है।तालिबान ने पंजशीर के कुछ इलाकों में कब्जा जमाया था लेकिन पंजशीर के लड़ाकों ने अभी हार नहीं मानी है और पहाड़ियों पर से तालिबानी लड़ाकों पर वे लोग हमले कर रहे हैं।
नेशनल रेजिस्टेंस फ्रंट जिसे नॉर्दन अलायंस भी कहते है, उसकी अगुवाई अहमद मसूद कर रहे हैं।मंगलवार रात को तालिबान ने अपनी नई कैबिनेट का ऐलान पर प्रतिक्रिया देकर अहमद मसूद ने ऐलान किया कि वे लोग अफगान में समानांतर सरकार चलाएंगे।बताया गया कि इसके लिए फिलहाल नेताओं से विचार-विमर्श हो रहा है।एनआरएफ ने तालिबान की केयरटेकर सरकार को एनआरएफ अवैध और अफगान के लोगों से दुश्मनी निकालने वाला बताया है।एनआरएफ ने अपने बयान में तालिबान को अफगान के साथ-साथ पूरी दुनिया के खतरा बताया है।इससे पहले नॉर्दन अलायंस ने संयुक्त राष्ट्र , संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद, ईयू, सार्क,ओआईसी आदि संस्थाओं से अपील की थी कि वे लोग तालिबान को किसी भी तरह का सहयोग ना दें।अफगान सरकार में मंत्री रहे सलाहुद्दीन रब्बानी ने भी तालिबान द्वारा गठित सरकार की निंदा की थी।उन्होंने दावा किया था कि यह सरकार ज्यादा दिनों तक नहीं चलेगी।