काबुल। तालिबान ने शरणार्थी संस्था के साथ कार्यरत दो विदेशी पत्रकारों और सहायता संगठन के कई अफगान कर्मचारियों को राजधानी काबुल में उनकी नजरबंदी के बारे में खबर आने के कुछ घंटे बाद रिहा कर दिया। यह जानकारी संयुक्त राष्ट्र शरणार्थी उच्चायुक्त कार्यालय (यूएनएचसीआर) ने देते हुए बताया कि तालिबान द्वारा नियुक्त संस्कृति और सूचना उप मंत्री जबीहुल्ला मुजाहिद के एक ट्वीट के बाद यह घोषणा की गई। मुजाहिद ने कहा कि उन्हें हिरासत में इसलिए लिया गया था क्योंकि उनके पास ऐसे दस्तावेज नहीं थे जो उनके यूएनएचसीआर के कर्मचारी होने की पुष्टि करते हो। मुजाहिद ने कहा कि उनकी पहचान की पुष्टि होने के बाद उन्हें मुक्त कर दिया गया।
जिनेवा स्थित संगठन ने एक संक्षिप्त बयान में कहा, ‘हम यूएनएचसीआर के साथ काम करने वाले दो पत्रकारों और उनके साथ काम कर रहे अफगान नागरिकों की काबुल में रिहाई की पुष्टि करते हुए राहत महसूस कर रहे हैं। हम उन सभी के आभारी हैं जिन्होंने चिंता व्यक्त की और मदद की पेशकश की। हम अफगानिस्तान के लोगों के लिए प्रतिबद्ध हैं।’ काबुल में यह घटनाक्रम ऐसे वक्त हुआ जब अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने एक शासकीय आदेश पर हस्ताक्षर किया, जिसमें वादा किया गया है कि अमेरिका में जब्त अफगानिस्तान की सात अरब डॉलर की संपत्ति में से 3।5 अरब डॉलर राशि को अमेरिका के 9/11 पीड़ितों के परिवारों को दिया जाएगा। अन्य 3।5 अरब डॉलर अफगान सहायता के लिए जारी किए जाएंगे। यह आदेश अमेरिकी वित्तीय संस्थानों को मानवीय समूहों को धन देने की सुविधा देगा, जिसे सीधे अफगान लोगों को दिया जाएगा।