ब्रिस्बेन । एशेज के पहले टेस्ट की दूसरी पारी में शानदार बल्लेबाजी करने वाले इंग्लैंड के बल्लेबाज डेविड मलान के अनुसार एक समय उन्हें ऐसा लगा था कि वह अब कभी भी टेस्ट क्रिकेट में वापसी नहीं कर पायें। उन्हें लगा था कि अब उनका टेस्ट क्रिकेट करियर समाप्त हो गया है।
मलान इससे पहले भारत के खिलाफ हुई घरेलू टेस्ट सीरीज में रन नहीं बना पाये थे और उसके बाद ही टीम से बाहर थे हालांकि ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ एशेज सीरीज के लिए उन्हें टीम में जगह मिली और इस बल्लेबाज ने अपने को साबित कर दिया। मलान ने दूसरी पारी में शानदार 82 रन बनाये पर वह अपनी टीम की हार नहीं टाल पाये। इस क्रिकेटर ने कहा कि टेस्ट क्रिकेट मेरे लिए शीर्ष है।
साथ ही कहा कि आप टी-20 या 50 ओवर के क्रिकेट में जैसा चाहें वैसा कर सकते हैं परन्तु अंत में आपको आपके टेस्ट करियर में प्रदर्शन के आधार पर ही आंका जाता है। ऑस्ट्रेलिया आना और इन अत्यधिक उछाल वाले विकेटों पर शीर्ष गेंदबाजों के खेलना ही असली परीक्षा है।
साल 2017 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ पदार्पण करने के बाद से मलान ने अपना 18वां टेस्ट मैच खेला है। उन्होंने 2017 और 2018 में 14 टेस्ट खेले थे, लेकिन इसके बाद वह अगस्त में भारत के खिलाफ सीरीज के लिए चुने जाने तक टेस्ट टीम से बाहर रहे। मलान और कप्तान जो रूट के बीच दूसरी पारी में तीसरे विकेट के लिए 159 रनों की रिकार्ड साझेदारी भी हुई थी।