चंद्रमा धरती से धीरे-धीरे होता जा रहा है दूर

Updated on 12-10-2021 09:25 PM

वॉशिंगटन चंद्रमा हमारी धरती से धीरे-धीरे दूर जा रहा है। चंद्रमा के 4.5 बिलियन सालों की जिंदगी में यह धीरे-धीरे जा रहा है। इससे वैज्ञानिकों ने आशंका जताई है कि आने वाले समय में एक दिन पृथ्वी अस्थिर हो सकती है। इससे प्रलय सकता है।


हालांकि ये दावे शुरुआत से ही किए जा रहे हैं लेकिन अब कहा जा रहा है कि एक दिन चंद्रमा हमें पूरी तरह से छोड़कर जा सकता है। अगर ऐसा होता है तो इसका बेहद बुरा असर पृथ्वी पर पड़ेगा। जानकारी के मुताबिक चंद्रमा के दूर जाने से हमारी जिंदी के हर पहलू में प्रलय जाएगा।

पृथ्वी और चंद्रमा के बीच गुरुत्वाकर्षण संबंध के प्रभावित होने का असर समुद्र, सूर्य, स्तनधारियों, पेड़-पौधों की जिंदगी और कई चीजों पर पड़ेगा। एक्सप्रेस की रिपोर्ट में इसकी जानकारी दी गई है। फिलहाल चंद्रमा पृथ्वी से 384,400 किमी की दूरी पर स्थित है। अंतरिक्ष यात्री इस दूरी को पृथ्वी से चंद्रमा पर लेजर फायर कर मापते हैं। लेजर के वापस पृथ्वी पर लौटने के समय की गणना कर दोनों के बीच दूरी का अंदाजा लगाया जा सकता है।


कुछ विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि समय के साथ चंद्रमा पृथ्वी के नजदीक सकता है। जिसके परिणामस्वरूप गुरुत्वाकर्षण इसे पूरी तरह से नष्ट कर देगा। वैज्ञानिकों का मानना है कि यह विचार चंद्रमा के बिल्कुल विपरीत है, जिसमें आज पूरी तरह से चुंबकीय क्षेत्र का अभाव है।

1980 के दशक में, अपोलो अंतरिक्ष यात्रियों द्वारा लाई गई चट्टानों का अध्ययन करने वाले भूभौतिकीविदों ने निष्कर्ष निकाला कि चंद्रमा में एक बार एक चुंबकीय क्षेत्र था जो पृथ्वी के समान मजबूत था।पृथ्वी के चारों ओर एक शक्तिशाली चुंबकीय क्षेत्र है जो ग्रह के मूल में मौजूद तरल लोहे के घूमने से बना है। पृथ्वी का चुंबकीय क्षेत्र लगभग पृथ्वी जितना ही पुराना हो सकता है।


अन्य महत्वपुर्ण खबरें

 20 September 2024
हरारे: अफ्रीकी देश जिम्बाब्वे में अधिकारियों ने अपने भूखे लोगों को भोजन उपलब्ध कराने के लिए हाथियों को काटने का फैसला लिया है। वन्य अफसरों ने 200 हाथियों को काटकर उनका…
 20 September 2024
कोलंबो: श्रीलंका के राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे का कहना है कि दक्षिण एशिया और हिंद प्रशांत क्षेत्र कठिन समय से गुजर रहा है। चीन को लेकर उन्होंने कहा कि श्रीलंका-चीन के संबंध…
 20 September 2024
बीजिंग: न्यूक्लियर फ्यूजन एक ऐसी प्रक्रिया है, जिससे सूर्य को शक्ति मिलती है। लंबे समय से 'नकली सूर्य' को क्लीन एनर्जी के लिए एक विकल्प के रूप में देखा जाता रहा…
 20 September 2024
रियाद: सऊदी अरब में तीन विमानों ने सड़क के रास्ते से करीब एक हजार किमी का सफर किया है। ट्रकों पर लदे ये विमान जब शहरों के बीच से गुजरे…
 19 September 2024
रियाद: सऊदी क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान ने एक बार फिर फिलिस्तीन की आजादी की बात कही है। सऊदी प्रिंस ने कहा कि स्वतंत्र फिलिस्तीनी देश के बिना सऊदी अरब इजरायल…
 19 September 2024
तेल अवीव: लेबनान पेजर हमले से ठीक से उबरा भी नहीं था कि एक बार फिर धमाकों की नई लहर देखी गई है। बुधवार को लेबनान में वॉकी-टॉकी में धमाका देखा…
 19 September 2024
वॉशिंगटन: भारतीय मूल की अमेरिकी एस्ट्रोनॉट सुनीता विलियम्स का आज 59वां जन्मदिन है। सुनीता 19 सितंबर, 1965 को अमेरिका के ओहियो पैदा हुई थीं। उनका सफर एनापोलिस, मैरीलैंड में अमेरिकी नौसेना…
 19 September 2024
लेबनान। लेबनान में मंगलवार को हुए सीरियल पेजर ब्लास्ट के बाद अब आज बुधवार को लेबनान में फिर से ब्लास्ट की खबर है। यह धमाका वॉकी-टॉकी डिवाइस में किया गया है।…
 19 September 2024
नई दिल्ली/इस्लामाबाद । भारत और पाकिस्तान के बीच 64 साल पहले सिंधु जल संधि हुई थी। संधि के कारण भारत को अपनी जरूरतें दरकिनार कर पाकिस्तान के लिए हिमालय की नदियों…
Advt.