मुंबई, । देश की आर्थिक राजधानी मुंबई पर हमेशा आतंकियों की नजर रहती है और मुंबई पर 26 नवंबर 2008 को आतंकी हमले हो चुके हैं. आपको ये जानकर हैरानी होगी कि मुंबई पर हुए 26-11 हमले के बाद समुद्री सुरक्षा की पेट्रोलिंग के लिए दी गई 23 स्पीड बोट्स के असली इंजनों को चोरी करके किसी ने पुराने और घटिया किस्म के इंजनों से बदलने का सनसनीखेज मामला सामने आया है. दरअसल ये खुलासा महाराष्ट्र एसीबी ने गृह विभाग को सौंपी रिपोर्ट में किया है. सुरक्षा के साथ हुए इस खिलवाड़ ने महाराष्ट्र सरकार की नींद उड़ा दी है. वहीं सुरक्षा के साथ इतनी बड़ी छेड़छाड करने वाले को अब तक पकड़ा नहीं जा सका है. भाजपा नेता आशीष शेलार का कहना है कि देश की सुरक्षा के साथ खिलवाड़ करने वाले गुनाहगारों के खिलाफ जल्द मामला दर्ज करना चाहिए और उनकी गिरफ्तारी होनी चाहिए. गौरतलब हो कि 26-नवंबर 2008 को मुंबई पर हुए आतंकी हमले ने ना केवल देश बल्कि पूरी दुनिया को हिला कर रख दिया और इस आतंकी घटना के बाद मुंबई और महाराष्ट्र की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए थे. ये सवाल आज भी जस का तस बना हुआ है.
क्योंकि समंदर में पेट्रोलिंग के लिए दी गई 23 स्पीड बोट्स के असली इंजनों को चोरी करके किसने पुराने और घटिया किस्म के इंजनों से बदल दिया. हमेशा से आतंकियों के निशाने पर रही मुंबई की सुरक्षा में चूक सुरक्षा एजेंसियों की लापरवाही का एक नमूना पेश करती है, क्योंकि मामले की जांच के आदेश के बाद भी अभी तक आरोपी पकड़ से बाहर हैं. एसीबी की जांच में पता चला है कि साल 2017-18 के बीच चोरी की इस घटना को अंजाम दिया गया. चोरी किए हुए कुछ इंजनों को नवी मुंबई से बरामद भी किया गया है. घटिया क्वालिटी के इंजन बोट में लगाने से सुरक्षा को लेकर बड़े सवाल खड़े हो सकते हैं. दरअसल बोट की परफॉर्मेंस से लेकर मेंटेनेंस पर काफी असर पड़ता है, वहीं डर इस बात का भी होता है कि बीच समुंदर में बोट बंद ना हो जाए. आपको बता दें कि महाराष्ट्र की समुद्री सुरक्षा के लिए 57 बोट्स हैं, इसमें से 28 अलुमिनियम बोट्स हैं और 28 एफआरपी बोट्स हैं. बोट्स की वार्षिक देखभाल का काम एक निजी कंपनी को दिया गया था. एक बात साफ है कि सुरक्षा में सेंध मारी करने वाला कोई बाहरी नहीं लगता. पर सबसे बड़ा सवाल यह है कि उसे अब तक पकड़ा क्यों नही जा सका है.