रायपुर।छत्तीसगढ़ के साथ सामाजिक-सांस्कृतिक क्षेत्र में परस्पर सहयोग और पूंजी निवेश की संभावनाओं को देखते हुए प्रदेश के दो दिवसीय प्रवास पर आए ऑस्ट्रेलिया दूतावास के प्रतिनिधियों ने आज भी राज्य के विभिन्न क्षेत्रों में हो रहे विकास की जानकारी प्राप्त करने के लिए विभिन्न उच्चाधिकारियों से मुलाकातें कीं। ऑस्ट्रेलिया की वाणिज्य दूतावास जनरल सुश्री रोवन एन्सवर्थ ने डीजीपी डी.एम. अवस्थी और राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन संचालक डॉ. प्रियंका शुक्ला से मुलाकात कर चर्चा की। इससे पहले कल 02 सितंबर को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से उनके निवास कार्यालय में आस्ट्रेलिया के हाई कमिश्नर श्री बैरी ओ फारेल ने मुलाकात की थी। आज पुलिस मुख्यालय में डीजीपी डी.एम. अवस्थी और सुश्री रोवन एन्सवर्थ के बीच छत्तीसगढ़ की कानून व्यवस्था, राज्य में नक्सलवाद की स्थिति, संभावित आपदाओं से निपटने की तैयारियों, ऑस्ट्रेलियन पर्यटकों की सुरक्षा-व्यवस्था पर विस्तृत चर्चा हुई। अवस्थी ने सुश्री एन्सवर्थ को बताया कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में विगत पौने तीन वर्ष में छत्तीसगढ़ पुलिस ने नक्सल गतिविधियों पर प्रभावी अंकुश लगाया है। किसी भी प्रकार की प्राकृतिक आपदा की स्थिति मनें छत्तीसगढ़ पुलिस नागरिकों की सहायता के लिए हमेशा तैयार है। दोनों के बीच पर्यटन स्थलों की सुरक्षा पर भी चर्चा हुई। अवस्थी ने उन्हें बताया कि छत्तीसगढ़ के सभी पर्यटन स्थल राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय पर्यटकों के लिए पूरी तरह सुरक्षित हैं।
सुश्री एन्सवर्थ ने राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की संचालक डॉ. प्रियंका शुक्ला के साथ प्रदेश की स्वास्थ्य सुविधाओं के संबंध में चर्चा की। डॉ. शुक्ला ने उन्हें प्रदेश में संचालित आपातकालीन हेल्प लाइन नंबर 108, कोविड काल के दौरान उपलब्ध बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं, ऑक्सीजन की पर्याप्त उपलब्धता, वेंटीलेटरों, एंबुलेंसों आदि की उपलब्धता की जानकारी दी। सुश्री एन्सवर्थ ने छत्तीसगढ़ में कोविड टीकाकरण के ग्राफ की सराहना की। उन्होंने कहा कि ऑस्ट्रेलिया में कोविड टीकाकरण का ग्राफ छत्तीसगढ़ से कम है। उन्होंने राज्य की प्राकृतिक सुंदरता की सराहना की और कहा कि अगली बार मैं एक पर्यटक के तौर पर छत्तीसगढ़ आउंगी।
कल 02 सितंबर को हाई कमिश्नर फारेल ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के साथ माइनिंग और पर्यावरण संरक्षण की संभावनाओं पर विस्तार से विचार विमर्श किया था। फारेल ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में राज्य में हो रहे समग्र विकास, आदिवासी समुदाय के उत्थान और सामाजिक संकेतकों में सुधार के लिए लागू की गई राज्य सरकार की योजनाओं में गहरी रूचि ली। उन्होंने छत्तीसगढ़ में कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए सरकार द्वारा किए गए प्रयासों की भी सराहना की। हाईकमिश्नर ने विकास के विभिन्न क्षेत्रों में द्विपक्षीय संबंधों को बढ़ावा देने की इच्छा जतायी। उन्होंने कहा कि आस्ट्रेलिया की माइनिंग के क्षेत्र में विशेषज्ञता है। उन्होंने माइनिंग सर्वे, अन्वेषण-खनन तकनीक आदि क्षेत्रों में परस्पर सहभागिता की बात कही।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने फारेल से कहा कि छत्तीसगढ़ खनिज एवं वन सम्पदा से भरपूर राज्य है। राज्य में विभिन्न प्रकार के संसाधन उपलब्ध हैं। उन्होंने आस्ट्रेलिया के साथ सामाजिक-सांस्कृतिक सहभागिता तथा वहां के उद्यमियों द्वारा छत्तीसगढ़ में औद्योगिक पूंजी निवेश की इच्छा पर प्रसन्नता जतायी और कहा कि राज्य सरकार इसके लिए हरसंभव सहयोग प्रदान करेगी। मुख्यमंत्री ने छत्तीसगढ़ में जैविक खेती और वनोंपज के वेल्यूएडिशन को बढ़ावा देने के लिए सरकार की ओर से किए जा रहे प्रयासों की जानकारी दी।
इस मौके पर मुख्यमंत्री के अपर मुख्य सचिव सुब्रत साहू ने छत्तीसगढ़ राज्य की सामाजिक-भौगोलिक स्थिति एवं विभिन्न क्षेत्रों में हुई प्रगति की जानकारी दी थी। इस अवसर पर प्रमुख सचिव उद्योग मनोज पिंगुआ, मुख्यमंत्री के सचिव सिद्धार्थ कोमल परदेशी, संचालक उद्योग अनिल टुटेजा, प्रबंध संचालक छत्तीसगढ़ राज्य औद्योगिक विकास निगम श्री पी. अरूण प्रसाद, प्रबंध संचालक लघु वनोपज संघ संजय शुक्ला, कांसुल जनरल सुश्री रॉन एनसवर्थ, हाईकमीशन की सेक्रेटरी सुश्री एमी कियोफ, बिजनेस डेवलेपमेंट मेनेजर पार्थासेन एवं अन्य अधिकारी उपस्थित थे।