भोपाल। पति की पेंशन से बेटा और बहू का भरण-पोषण कर रही बुजुर्ग मां ने सपने में भी नहीं सोचा होगा कि वही उसे भूख-प्यास से तड़पते हुए मरने के लिए घर में बंद कर चले जाएंगे। मानवता को झकझोरकर रख देने वाला यह मामला शनिवार को निशातपुरा थाना की गोया कालोनी में सामने आया।
बंद मकान से दुर्गंध आने पर पड़ोसियों ने पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर घर का ताला तोड़ा, तो अंदर से बुजुर्ग महिला का शव बरामद हुआ। मृतका का बड़ा बेटा पुलिस उपनिरीक्षक है और फिलहाल इंदौर में पदस्थ है। शाम को उसके आने के बाद पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा। पुलिस दो दिन पहले मां को घर में ताला बंदकर पत्नी-बेटा के साथ लापता हुए छोटे बेटे के बारे में पता लगा रही है।
छोटे बेटे के साथ रहती थी बुजुर्ग महिला
निशातपुरा थाना प्रभारी रूपेश दुबे ने बताया कि 85 वर्षीय ललिता पत्नी स्वर्गीय श्यामनारायण दुबे गोया कॉलोनी में अपने निजी मकान में छोटे बेटे अरुण के साथ रहती थी। विवाहित अरुण का ढाई वर्ष का बेटा भी है। श्यामनारायण दुबे पुलिस में हवलदार थे। मानसिक रूप से कुछ कमजोर अरुण के कोई काम-काज नहीं करने के कारण घर का खर्च भी ललिता देवी को मिलने वाली पति की पेंशन से ही चलता था।
एक बेटे की हो चुकी मौत
उनका सबसे बड़ा पुत्र अजय, इंदौर में अपने परिवार के साथ रहता है। वह उपनिरीक्षक के पद पर पदस्थ है। उनका एक मंझला बेटा अजय भी था। जिसकी एक वर्ष पहले मौत हो गई थी। ललिता देवी वयोवृद्ध होने के साथ ही बीमार भी चल रही थीं। वह अधिकतर समय बिस्तर पर ही रहती थीं। अनुमान है कि समय पर दवा और भोजन-पानी नहीं मिलने के कारण उनकी मौत हो गई।
घर से आ रही थी दुर्गंध
गोया कालोनी में ललिता देवी के घर के दरवाजे में बाहर से ताला लगा हुआ था। शनिवार सुबह घर से तेज दुर्गंध आ रही थी। अनहोनी की आशंका से पड़ोसियों ने पुलिस को फोन किया। पुलिस ने ताला तोड़कर घर में प्रवेश किया, तो ललिता देवी मृत अवस्था में मिलीं। पुलिस ने घटना की सूचना बड़े बेटे अनिल को दी और एफएसएल टीम से घटनास्थल की जांच करवाई। अनिल के आने के बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया। पुलिस लापता बेटे अरुण का भी पता लगा रही है।