प्रैक्टिस के लिए कोई सुविधा नहीं, जुगाड़ से बनाए इक्विपमेंट, फिर भी एथलेटिक्स इवेंट में जीत लिए 25 मेडल
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30-07-2024 01:53 PM
जमुई: बिहार में राज्यस्तरीय एथलेटिक्स प्रतियोगिता में जमुई जिले के बच्चों ने अलग-अलग इवेंट 25 मेडल जीतकर जिले का नाम ऊंचा करने का काम किया है। इस 25 मेडल में 12 गोल्ड, 8 सिल्वर और 5 ब्रॉन्ज मेडल रहे। इन खिलाड़ियों में अंजनी कुमारी ने सीनियर वर्ग जैवलिन थ्रो में गोल्ड मेडल और आशुतोष कुमार ने सीनियर वर्ग जैवलिन थ्रो प्रतियोगिता में सिल्वर मेडल हासिल किया है। वहीं पुरुषोत्तम कुमार ने सीनियर वर्ग डिस्कस थ्रो में सिल्वर मेडल और सुरेंद्र कुमार ने सीनियर वर्ग 1500 मीटर दौड़ तथा पांच किलोमीटर दौड़ में गोल्ड मेडल हासिल किया है। ऋषु राज ने अंडर-20 डेकाथलॉन और लंबी कूद में गोल्ड मेडल, रोशन कुमार ने अंडर-20 डेकाथलान में सिल्वर मेडल, राजेश कुमार ने अंडर-14 किड्स जैवलिन में गोल्ड मेडल और शिवम कुमार ने ब्रॉन्ज मेडल हासिल किया।हरिप्रिया ने अंडर-16 लंबी कूद में गोल्ड मेडल, अभय पांडे ने अंडर-16 पेंटाथलॉन में गोल्ड मेडल और 80 मी हर्डल में सिल्वर मेडल हासिल किया है। संजना कुमारी ने अंडर- 16 जैवलिन थ्रो में ब्रॉन्ज मेडल,रोशन कुमार ने अंडर- 16 जैवलिन में गोल्ड मेडल, मनीष कुमार ने अंडर- 20 जैवलिन थ्रो में गोल्ड मेडल और राजकुमार गुप्ता ने ब्रॉन्ज मेडल, मनीष कुमार केसरी ने अंडर-18 लंबी कूद में ब्रॉन्ज मेडल, पीयूष कुमार केसरी ने अंडर-14 600 मीटर दौड़ में गोल्ड मेडल और वीरेंद्र कुमार यादव ने अंडर -18 जैवलिन थ्रो में गोल्ड मेडल हासिल किया। इन खिलाड़ियों ने बिना किसी संसाधन के अपने जुगाड़ से सीमेंट का गोलाकार चकरी ढालकर और उसमें लोहे का रॉड लगाकर किसी तरह से प्रैक्टिस करते हैं।खिलाड़ियों को नहीं मिल रहा कोई संसाधन
गोल्ड मेडल विजेता अंजनी कुमारी, सुरेंद्र कुमार, हरिप्रिया, रोशन कुमार,पीयूष कुमार और वीरेंद्र कुमार यादव ने बताया कि हमारे पास एथलेटिक्स की प्रैक्टिस करने के लिए कोई संसाधन नहीं है। केकेएम कॉलेज ग्राउंड में दौड़ की प्रैक्टिस करने के लिए कोई ट्रैक नहीं बना हुआ है। जिसके कारण हम लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। सुबह के समय कॉलेज ग्राउंड में घूमने और दौड़ने वाले लोगों की काफी भीड़ रहती है। जिसके कारण हमलोग लंबी कूद ऊंची कूद, गोला फेंक, भाला फेंक आदि की प्रैक्टिस नहीं कर पाते हैं।