इंडियन प्रीमियर लीग 2024 के 18 वें मुकाबले में डिफेंडिंग चैंपियन चेन्नई सुपर किंग्स को लगातार दो मैचों में हार का सामना करना पड़ा। पहले दिल्ली कैपिटल्स और अब सनराइजर्स हैदराबाद की टीम ने सीएसके को 6 विकेट से हराया है। सीएसके के खिलाफ इस मैच में सनराइजर्स ने 9 गेंद शेष रहते ही जीत हासिल कर ली। ऐसे में आइए जानते हैं सीएसके के उन पांच खिलाड़ियों के बारे में जो टीम के लिए हार का कारण बने।रुतुराज गायकवाड़ ने नहीं खेल पाए कप्तानी
सनराइजर्स के खिलाफ मुकाबले में चेन्नई सुपर किंग्स को मिली हार का एक बड़ा कारण टीम के कप्तान रुतुराज गायकवाड़ बल्लेबाजी में फ्लॉप होना है। गायकवाड़ सीएसके के लिए मैच में 21 गेंद में 26 रन ही बना पाए। रुतुराज की धीमी बैटिंग के कारण बाकी के बल्लेबाजों पर दबाव बढ़ा जिसके कारण टीम सिर्फ 165 रन ही बना सकी।
रचिन रविंद्र नहीं दिला पाए टीम को अच्छी शुरुआत
न्यूजीलैंड के ओपनर बल्लेबाज रचिन रविंद्र सनराइजर्स के खिलाफ मुकाबले में सीएसके की टीम को अच्छी शुरुआत नहीं दिला पाए। रविंद्र ने 9 गेंद में सिर्फ 12 रन ही बना पाए। रचिन के जल्दी आउट होने के कारण रुतुराज गायकवाड़ भी खुलकर नहीं खेल पाए जिसके कारण सनराइजर्स के गेंदबाजों ने अपना दबदबा बना लिया। सीएसके को मिली हार एक बड़ा कारण रचिन के द्वारा अच्छी शुरुआत नहीं दिला पाना भी शामिल है।
अंतिम ओवरों में डेरिल मिचेल नहीं बदल पाए गियर
सीएसके का धाकड़ बल्लेबाज डेरिल मिचेल मध्यक्रम में खुल कर बल्लेबाजी नहीं कर पाए। मिचेल 11 गेंद खेलकर सिर्फ 13 रन ही बना पाए। यही कारण है कि जब मिचेल आउट हुए तो सीएसके के फैंस खुश थे, क्योंकि उनके बाद धोनी बैटिंग के लिए आए, लेकिन वह भी कुछ खास कमाल नहीं दिखा सके।
मुकेश का एक ही ओवर में बंध बोरिया बिस्तर
चेन्नई सुपर किंग्स के लिए तेज गेंदबाज मुकेश चौधरी ने टीम के लिए सिर्फ एक ही ओवर की गेंदबाजी की, जिसमें उन्होंने 27 रन खर्च डाले। इतने महंगे ओवर के बाद रुतुराज गायवाड़ की फिर से मुकेश को गेंद थमाने की हिम्मत नहीं हो पाई। मुकेश चौधरी के इस महंगे ओवर ने भी सीएसके की नाक कटाई।
दीपक चाहर भी रहे महंगे
सीएसके का प्रमुख तेज गेंदबाज दीपक चाहर भी सनराइजर्स के खिलाफ काफी महंगे साबित रहे। हालांकि, उनके खाते में एक विकेट जरूर आया लेकिन उन्होंने 3.1 ओवर में 32 रन खर्च डाले। दीपक 17वें सीजन में सीएसके के लिए गेंदबाजी में मोर्चा संभालने का काम कर रहे हैं, लेकिन उनकी ऐसी पिटाई से टीम नहीं जीतने वाली है।