मुम्बई । आईपीएल के अगले सत्र के लिए नीलामी अगले माह 12 और 13 फरवरी को बेंगलुरु में होनी है। इस बार आईपीएल में आठ की जगह दस टीमें होने से कई विदेशी खिलाड़ियों को नीलामी में मोटी रकम मिलने की उम्मीद है पर देखने में आया है कि इस टी20 लीग में बड़े विदेशी खिलाड़ी बुरी तरह नाकाम रहे हैं और उन्हें खरीदने वाली टीमों के लिए घाटे का सौदा साबित हुए हैं। पिछले आईपीएल मुकाबलों का इतिहास देखें तो यह साबित भी हुआ है।
ये दिग्गज रहे हैं नाकाम
क्रिस मॉरिस : दक्षिण अफ्रीका के पूर्व ऑलराउंडर क्रिस मॉरिस को पिछले सत्र में राजस्थान रॉयल्स ने 16.25 करोड़ रुपए में खरीदा था। वे सबसे महंगे विदेशी खिलाड़ी बने थे पर बतौर गेंदबाज वह लीग में काफी महंगे रहे। वे 11 मैच में सिर्फ 15 विकेट ले सके। इस दौरान उनकी इकोनॉमी 9 से अधिक की रही। 23 रन देकर 4 विकेट उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन रहा। मॉरिस ने 13 की औसत से 67 रन बनाए।
काइल जेमिसन : न्यूजीलैंड के युवा तेज गेंदबाज काइल जेमिसन को पिछले सीजन में आरसीबी (आरसीबी) ने 15 करोड़ रुपए में खरीदा था। उन्हें 9 मैच में खेलने का मौका मिला।वे 30 की औसत से सिर्फ 9 विकेट ले सके। इकोनॉमी 9.60 कर रही। 16 की औसत से 65 रन भी बनाए। आरसीबी की टीम प्लेऑफ में पहुंचने में सफल रही थी पर टीम खिताबी दौरे में जगह नहीं बना सकी थी।
पैट कमिंस : ऑस्ट्रेलिया के तेज गेंदाबज पैट कमिंस को 2020 सीजन में केकेआर (केकेआर) ने 15.5 करोड़ रुपए में खरीदा था पर वह असफल रहे थे। वह 14 मैच में 34 की औसत से सिर्फ 12 विकेट ले सके थे। उन्होंने 21 की औसत से केवल 146 रन बनाए थे।
ग्लेन मैक्सवेल : ऑस्ट्रेलिया के ऑलराउंडर ग्लेन मैक्सवेल को 2020 में पंजाब किंग्स ने 10.75 करोड़ रुपए में खरीदा था पर वे पूरे सत्र में प्रभावित नहीं कर पाये। वह 13 मैच में 15 की औसत से सिर्फ 108 रन बन सके थे। उनका स्ट्राइक रेट 102 का रहा था, जो टी20 के हिसाब से बेहद खराब रहा था। इतना ही नहीं वे एक भी छक्का नहीं जड़ सके थे।