नई दिल्ली । कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने एक बार फिर केंद्र सरकार पर निशाना साधा है। सोनिया गांधी ने अपने एक आलेख में स्वास्थ्यकर्मियों और लोगों को 100 करोड़ वैक्सीन डोज का आंकड़ा पार कर लेने पर बधाई दी है। उन्होंने कहा कि शुरुआती देरी, अनिर्णय और शंकाओं के बाद 100 करोड़ वैक्सीन डोज के लिए वैज्ञानिकों और चिकित्साकर्मियों को बधाई।
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने अपने आलेख में कहा है कि मोदी सरकार की गलत नीतियों की वजह से लाखों लोगों ने कोरोना महामारी से जान गवांई। समय पर ऑक्सीजन और कोरोना से लड़ने का इंतजाम नहीं किया गया, क्योंकि प्रधानमंत्री कोरोना वायरस पर विजय का ऐलान पहले ही कर चुके थे। उन्होंने कहा कोरोना की दूसरी लहर के दौरान प्रधानमंत्री और गृह मंत्री गायब थे। जब स्थिति सुधरी तब सामने आए। आज भी नहीं पता है कि असल में कोरोना से कितने लोगों की मौत हुई है। वह तस्वीरें लोग भूले नहीं हैं, जिसमें नदी किनारे शव दफनाए गए या फिर नदी में बहते हुए शव देखने को मिले।
100 करोड़ वैक्सीन डोज पूरे होने पर पीएम मोदी पर सेल्फ प्रमोशन का आरोप लगाते हुए सोनिया गांधी ने कहा कि अगर एक दिन में दो करोड़ डोज दिया जा सकता है, तो हर दिन क्यों नहीं? सोनिया गांधी ने बच्चों को भी फ्री वैक्सीन लगाने की मांग की। जिन लोगों को टीका लग चुका है या जिन्हें कोरोना हो चुका है, उनकी घटती या खत्म होती इम्युनिटी का मुद्दा भी सोनिया गांधी ने उठाया और कहा कि अब बूस्टर डोज पर विचार किया जाना चाहिए।
प्रधानमंत्री फ्री वैक्सीन पर बहुत जोर देते हैं, लेकिन वैक्सीन तो पहले से ही फ्री है। आज भी 25 फीसदी वैक्सीन प्राइवेट हॉस्पिटल्स को आवंटित की जा रही है। उन्होंने कहा कि सरकार कहती थी कि दिसंबर 2021 तक सबको टीका लगा दिया जाएगा। लेकिन एक्सपर्ट कहते हैं कि 5 से 6 महीने की देरी होगी।