नई दिल्ली । देश में 20 जनवरी से छह फरवरी तक मुंबई, नवी मुंबई और पुणे में होने वाले आगामी एएफसी महिला एशियाई कप टूर्नामेंट के क्वार्टर फाइनल चरण से वीडियो असिस्टेंट रैफरी (वीएआर) तकनीक का इस्तेमाल किया जाएगा। 30 जनवरी के बाद होने वाले मैचों में वीएआर पहली बार उपयोग में लायी जाएगी। इसका इस्तेमाल छह फरवरी को होने वाले फाइनल में भी किया जायेगा। इस तकनीक को शुरु करने के लिए तैयारियां जारी हैं। मैच के दिन स्टेडियम के अलावा रैफरियों के ट्रेनिंग स्थान पर भी इसी तरह का वीएआर ‘सेटअप’ लगाया जाएगा जबकि ‘सिम्यूलेटरर्स’ रैफरियों को होटल में भी मिल जाएंगे।
एशियाई फुटबॉल परिसंघ (एएफसी) ने कहा कि एएफसी रैफरिंग के उच्चतम मानक तय करने में लगा है, इसलिये वीएआर को पेश किये जाने से पहले ट्रेनिंग स्थलों और स्टेडियमों में कई तकनीकी परीक्षण किये जा रहे हैं। टूर्नामेंट के दौरान छह वीडियो मैच अधिकारी सात अलग लाइव कैमरा फीड देख पायेंगे। वीएआर गोल, पेनल्टी के अलावा खिलाड़ी को कौनसा कार्ड दिखाना है ये भी तय करेगा।