नई दिल्ली। वीवीडीएन टेक्नोलॉजीज हमेशा से इलेक्ट्रॉनिक्स प्रोडक्ट डिजाइन और मेक इन इंडिया की प्रमोटर रही है। कंपनी ने घोषणा की कि वह अगले 12 महीनों में 10,000 से ज्यादा कर्मचारियों की नियुक्ति करेगी। ये नियुक्तियां इलेक्ट्रॉनिक उद्योग के लिए भारत में तकनीकी नवाचार, डिजाइन और निर्माण की गति बढ़ाने की उसकी मौजूदा प्रतिबद्धता के तहत की जाएंगी। कोविड-19 लॉकडाउन के दौरान, वीवीडीएन ने सफलतापूर्वक नियुक्तियां की हैं और पूरे भारत में उसके 500 कर्मचारी काम करते हैं। करीब 10 एकड़ में फैला जीआईपी आरएंडडी और इलेक्ट्रॉनिक निर्माण इकाई के रूप में काम करेगा। यह भारत में अपने तरह की ऐसी खास निर्माण इकाइयों में से एक है जिनकी क्षमता अगले तीन साल के दौरान 100,000 लोगों की है। वीवीडीएन टेक्नोलॉजीज की स्थापना अपने ग्राहकों को श्रेष्ठ इंजीनियरिंग और निर्माण सेवाएं मुहैया कराने के मकसद से वर्ष 2007 में की गई थी। तब से कंपनी नए जमाने की प्रौद्योगिकी पर काम कर रही है और उसने पूरे भारत में आरएंडडी सेंटर के स्थापित किए हैं और मानेसर में विशेष निर्माण इकाइयों की स्थापना की है। नए जीआईपी के साथ वीवीडीएन इलेक्ट्रॉनिक उत्पाद इंजीनियरिंग और नए सॉल्यूशनों के लिए अपनी मौजूदा क्षमता में कई गुना इजाफा करेगी। इन सॉल्यूशनों में 5 जी उपकरण, ट्रैकर, डैशकैम्स, कैमरा, वाई-फाई एक्सेस पॉइंट शामिल होंगे।
वीवीडीएन के सीईओ भूपेंदर सहारन ने कहा, जीआईपी का उद्घाटन भारत को इंजीनियरिंग नवाचार उत्कृष्टता और मजबूत निर्माण के हब के तौर पर स्थापित करने में मदद के लिए कंपनी के मौजूदा प्रयासों की दिशा में एक बड़ी उपलब्धि है। इस ग्लोबल इनोवेशन पार्क के साथ 10 अन्य आरएंडडी सेंटर, पूरे देश में 4 निर्माण इकाइयों से हमें नई प्रौद्योगिकियों, खासकर 5जी, वाई-फाई, क्लाउड, विजन आईओटी स्पेस में लगातार नवीनता लाने में मदद मिलेगी। भारत में मजबूत जड़ें जमा चुकी वीवीडीएन अब ऐसे मोड़ पर है जहां हम अपने घरेलू और वैश्विक ग्राहकों के लिए डिलिवरी का दायरा बढ़ाने में सक्षम होंगे। यह पेशकश भारत में रोजगार बढ़ाने और आखिरकार देश की अर्थव्यवस्था पर सकारात्मक असर डालने में हमारा योगदान बढ़ाने के कंपनी के प्रयासों का हिस्सा है।