भारतीय क्रिकेट टीम को श्रीलंका दौरे पर वनडे सीरीज में मेजबान टीम से कड़ी टक्कर मिली है। पहले वनडे मैच में टीम इंडिया जीत के लिए जरूरी एक रन नहीं बना पाई थी तो दूसरे वनडे मैच में उसे हार का सामना करना पड़ा। 1997 के बाद ऐसा पहली बार होगा जब भारत श्रीलंका के खिलाफ कोई बायलेटरल सीरीज नहीं जीत पाएगी। इसके साथ ही गौतम गंभीर के कोचिंग में भी टीम इंडिया को पहले मैच में हार मुंह देखना पड़ेगा। ऐसे में यह समझना जरूरी है कि टी20 में धमाल मचाने वाली टीम इंडिया से आखिर वनडे में कहां चूक हुई है।गौतम गंभीर क्या प्रयोग में जल्दबाजी कर रहे हैं
भारतीय क्रिकेट टीम के कोच बनते ही गौतम गंभीर ने प्रयोग का दौर शुरू कर दिया है। खास तौर से नए खिलाड़ियों को तरजीह देना। टीम इंडिया में उनके आने के बाद से ही खास टी20 में बड़ा फेरबदल देखने को मिला। सूर्यकुमार यादव टीम के नए कप्तान। इसके साथ ही उन्होंने वनडे और टी20 टीम से कुछ खिलाड़ियों को पूरी तरह से अलग रखा है जो पहले दोनों फॉर्मेट में खेलते थे। यही कारण है कि खिलाड़ गंभीर के इन प्रयोगों को फिलहाल संभाल नहीं पा रहे है। इसी वजह से वनडे सीरीज में इसका असर भी देखने को मिला।
बल्लेाज भी कर रहे हैं अब बॉलिंग
गौतम गंभीर के कोच बनने के बाद से एक सबसे बड़ा बदलाव जो देखने को मिला है। वो यह है कि बल्लेबाज भी बॉलिंग करते हुए दिख रहे हैं। पिछले एक दशक से बहुत ही कम ऐसा देखा जाता था कि कोई बल्लेबाज गेंदबाजी की जिम्मेदारी संभाल रहा हो। टी20 सीरीज में रिंकू सिंह और सूर्यकुमार यादव के वनडे में शुभमन गिल और रोहित शर्मा ने गेंदबाजी की। ऐसे में इन खिलाड़ियों के मन में बैटिंग के अलावा बॉलिंग का एक दबाव जरूर रहता होगा जिसका असर वनडे सीरीज में साफ दिखा है।
क्या कोच के साथ नहीं बन पा रहा है संतुलन
गौतम गंभीर का टीम इंडिया के कोच के तौर पर श्रीलंका का पहला सीरीज है। ऐसे में उन्हें टीम के खिलाड़ियों के साथ घुलने-मिलने में थोड़ा समय लग सकता। हो सकता है कि टीम इससे पहले जिस तरह से अपना अप्रोच रखती थी उसे गंभीर के अनुसार बदलने में समय लग रहा हो। ये कारण भी हो सकता है कि श्रीलंका दौरे पर टीम इंडिया के प्रदर्शन में गिरावट देखने को मिली।