पेरिस पैरालिंपिक गेम्स की शुरुआत 28 अगस्त को हो गई है। यह इवेंट 8 सितंबर तक चलेगा। गेम्स में भारत के 84 एथलीट 12 खेलों में हिस्सा ले रहे हैं। इनके साथ 95 अधिकारी भी गए हुए हैं।
भारत ने 2021 में टोक्यो पैरालिंपिक में 5 गोल्ड के साथ रिकॉर्ड 19 मेडल जीते थे और वह रैंकिंग में 24वें स्थान पर रहा था। इसके 3 साल बाद भारत का लक्ष्य गोल्ड मेडल की संख्या को दोहरे अंक में पहुंचाने और कुल 25 से अधिक मेडल जीतना है। स्टोरी में आगे जानेंगे कि इस बार भारत के लिए मेडल जीतने के दावेदार एथलीट कौन-कौन हैं....
1. सुमित अंतिल (मेंस जेवलिन थ्रो-F64)
टोक्यो पैरालिंपिक के गोल्ड मेडलिस्ट जेवलिन थ्रोअर सुमित से भारत को एक बार फिर से गोल्ड की उम्मीद है। सुमित ने टोक्यो में 68.55 मीटर का रिकॉर्ड ब्रेकिंग थ्रो किया था। टोक्यो के बाद से सुमित ने पेरिस 2023 और कोबे 2024 के वर्ल्ड चैंपियनशिप में 2 गोल्ड और एशियन गेम्स में गोल्ड जीता है। 2023 हांगझोउ में हुए चौथे पैरा गेम्स में 73.29 मीटर का थ्रो करके उन्होंने वर्ल्ड रिकॉर्ड तोडा था। पेरिस पैरालिंपिक ओपनिंग सेरेमनी में उन्हें भारत का ध्वजवाहक बनाया गया।
2. मरियप्पन थंगावेलु (मेंस हाई जंप- T63)
मेंस हाई जंप में 2 बार के पैरालिंपिक मेडलिस्ट मरियप्पन थंगावेलु ने रियो 2016 में 1.89 मीटर की जंप के साथ गोल्ड मेडल जीता था, साथ ही टोक्यो 2020 में 1.86 मीटर के साथ उन्होंने सिल्वर जीता था। उन्होंने बीते साल हुए वर्ल्ड चैंपियनशिप में भी गोल्ड जीता था। इस बार इस इवेंट में भारत के पास एक से ज्यादा मेडल आ सकते हैं। मरियप्पन थंगावेलु के साथ शरद कुमार और शैलेश कुमार भी मेडल की बड़ी होप हैं। इसके सामने अमेरिका के सैम ग्रेवी और एज्रा फ्रेंच की चुनौती होगी।
3. अवनी लखेरा (शूटिंग)
मनु भाकर से पहले एक ही स्पोर्ट इवेंट में 2 मेडल जीतने वाली अवनी लखेरा के पास इतिहास दोहराने का मौका है। अवनी ने टोक्यो पैरालिंपिक गेम्स में गोल्ड सहित 2 मेडल जीता था। वो पैरालिंपिक गेम्स में ऐसा करने वाली पहली फीमेल एथलीट हैं। अवनी शूटिंग के 3 इवेंट्स में भाग लेंगी।
4. शीतल देवी (आर्चरी)
17 साल की शीतल देवी ने छोटी-सी उम्र में अपना नाम बनाया है। दुनिया में बिना आर्म के आर्चरी करने वाले बहुत कम तीरंदाज है। इस पैरालिंपिक में शीतल उन 3 आर्चर में से एक हैं जो पैर की मदद से तीरंदाजी करेंगी। शीतल ने वर्ल्ड चैंपियनशिप में सिल्वर मेडल जीता था। वे इस बार मिक्स्ड और सिंगल्स के इवेंट में भाग लेंगी।
5. कृष्णा नगर (बैडमिंटन मेंस सिंगल्स SH6)
प्रमोद भगत पर बैन लग जाने के बाद से भारतीय दल में कम ही शटलर्स है जिनसे मेडल की उम्मीद है। उनमे से एक कृष्णा नागर हैं, जो बैडमिंटन की SH-6 कैटेगरी में टोक्यो में जीते गोल्ड को डिफेंड करने उतरेंगे।
6. मनीषा रामादास (बैडमिंटन विमेंस सिंगल्स SU5)
मात्र 19 साल की उम्र में 2022 वर्ल्ड चैंपियनशिप में गोल्ड और इस साल की शुरुआत में सिल्वर जीतने वाली विमेंस बैडमिंटन स्टार मनीषा से पैरालिंपिक मेडल की उम्मीद है। इंडिया की थुलैमाथि मुरुगेशन इस कैटेगरी की टॉप सीड प्लेयर हैं।
7. भविना पटेल (टेबल टेनिस, विमेंस सिंगल्स WS4)
टोक्यो में टेबल टेनिस में मेडल लाना भारत के लिए सबसे बड़ी बात थी। टेबल टेनिस में भविना पटेल ने अपनी रैंक से 12 बड़े रैंक को हराकर टोक्यो गेम्स में सिल्वर मेडल जीता था। उनसे एक बार फिर से मैडल लाने की उम्मीद है।