दुर्ग । कलेक्टर ऋचा प्रकाश चौधरी के निर्देशानुसार शिक्षा विभाग द्वारा विगत दिवस खालसा पब्लिक स्कूल के सभागार में दिव्यांगजनों के चिन्हांकन हेतु जिले के निजी अनुदान प्राप्त मदरसा विद्यालयों के प्रधानपाठकों/प्राचार्यों/शिक्षकों हेतु एक दिवसीय कार्यशाला आयोजित की गई। इसके पूर्व विकासखण्डों में भी यह कार्यशाला संपन्न कराई गई। जिसमें अनुपस्थित रहे समस्त विद्यालयों जिसकी संख्या 400 से अधिक थी, उन्हें इस कार्यशाला में आमंत्रित कर भारत सरकार द्वारा घोषित 21 प्रकार की बाधिताओं की पहचान हेतु उन्मुखीकरण किया गया। 20 सितम्बर तक उक्त कार्य संपन्न करने समय-सीमा निर्धारित की गई है।
कार्यशाला को जिला शिक्षाधिकारी दुर्ग अरविंद मिश्रा एवं जिला मिशन समन्वयक सुरेन्द्र पाण्डेय ने सम्बोधित किया। 21 बाधिताओं पर स्पेशल एजुकेटर एवं बी.आर.पी. ने बिन्दुवार प्रकाश डाला। उक्त कार्यशाला में विवेक शर्मा, आई.के. रामटेके, (ए.पी.सी.) किरण चंदवानी, श्रवण सिन्हा, खिलावन चोपड़िया (बी.आर.पी.पी.), मोहन चौहान, प्रोग्रामर शंशांक शर्मा, यूनिसेफ, घनश्याम साहू, उत्तम चंद्रवंशी, इतिदास गुप्ता, माया डोंगरे, दुर्गा साहू, सरोज कोब्रागढ़े, पुष्पा भट्टाचार्य, सुमति उके, चंद्रकिरण दुबे, समस्त मास्टर ट्रेनर ने प्रशिक्षार्थियों को संबोधित किया तथा पावर पाइंट प्रेजेंटेशन के मााध्यम से जानकारी प्रदर्शित किये।