कोरबा विश्व ग्लूकोमा सप्ताह 6 मार्च से 12 मार्च सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र कटघोरा में मनाया गया। इस अवसर पर 40 वर्ष से अधिक के व्यक्तियों का ग्लूकोमा जांच व अन्य नेत्र जांच किया गया। इस कार्यक्रम में 75 मरीज लाभान्वित हुए।
कटघोरा के खंड चिकित्सा अधिकारी डॉ. रुद्रपाल सिंह कंवर, नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ. सी.आर. लहरे द्वारा शिविर लगाकर नेत्र परीक्षण किया गया। नेत्र मरीजों को मोतियाबिन्द के ऑपरेशन हेतु जिला चिकित्सालय जाने की सलाह दी गयी। ग्लूकोमा सप्ताह के कार्यक्रम के अंतिम दिन डॉ. श्रीमती बी. तिग्गा के द्वारा 72 लोगो को निःशुल्क चश्मा वितरण किया गया।
लोगों को ग्लूकोमा के बारे में जागरूक करने प्रदेश भर में 6 से 12 मार्च तक विश्व ग्लूकोमा सप्ताह मनाया गया। इस दौरान सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों और जिला अस्पताल में 40 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों की आंखों की जांच की गई। चश्मा की जरूरत वाले लोगों को निःशुल्क चश्मा भी दिया गया। लोगों को इस बीमारी के बारे में जागरूक करने आंगनबाड़ी केंद्रों, स्कूलों और सामुदायिक भवनों में संगोष्ठी भी आयोजित कर लोगों को जागरूक किया गया।
नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ सी.आर. लहरे ने जानकारी देते हुए बताया कि ग्लूकोमा यानि कालामोतिया (कांचियाबिंद) आंखों की गंभीर बीमारी है, जो कई बार आंखों की रोशनी भी छिन लेती है। कंप्यूटर, लैपटाप और मोबाइल पर काम करते समय हमारी आंखों पर बहुत दबाव पड़ता है, पर हम इसे गंभीरता से नहीं लेते। आंखों से संबंधित परेशानियों की अनदेखी और लापरवाही धीरे-धीरे ग्लॉकोमा जैसी गंभीर बीमारी का रूप ले लेती है, जिससे आँखों की रोशनी चली जाती है। यह बीमारी उम्रजनित और अनुवांशिक भी होती है।