दुनिया भर में कुश्ती संचालित करने वाली संस्था यूनाइटेड वर्ल्ड रेसलिंग (UWW) ने रेसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया (WFI) के ऊपर से सशर्त निलंबन हटाया है। वर्ल्ड बॉडी ने मंगलवार को एक सोशल पोस्ट के जरिए भारतीय महासंघ से निलंबन हटाने का ऐलान किया।
वर्ल्ड बॉडी के प्रतिनिधि मंडल ने 9 फरवरी को समीक्षा करने के बाद सशर्त निलंबन हटाने का फैसला किया।
WFI को 1 जुलाई 2024 तक फिर से फेडरेशन के लिए चुनाव कराने होंगे। इतना ही नहीं, खिलाड़ियों की भागीदारी में गैर-भेदभाव की लिखित गारंटी भी देनी होगी। अब भारतीय पहलवान इंटरनेशनल टूर्नामेंट में तिरंगे के साथ उतर सकेंगे। भारतीय महासंघ को अगस्त 2023 में समय पर चुनाव न होने के कारण UWW ने बैन किया था।
खेल और खिलाड़ियों का नुकसान नहीं होने देंगे: संजय सिंह
निलंबन हटाने पर भारतीय रेसलिंग महासंघ के अध्यक्ष संजय सिंह ने भास्कर से बातचीत में कहा है- 'हम खेल और खिलाड़ी का नुकसान नहीं होने देंगे। आने वाले समय में हम नेशनल ट्रायल कराने जा रहे हैं। मैं ट्रायल में हिस्सा लेने के लिए सारे खिलाड़ियों को आमंत्रित करूंगा। मेरा उद्देश्य कुश्ती को बढ़ावा देना है।
ट्रायल में किसी भी खिलाड़ी के साथ कोई भेदभाव नहीं किया जाएगा। एडहॉक बॉडी से टकराव पर वे कहते हैं कि जब वर्ल्ड बॉडी ने हमें सही ठहराया है, तो टकराव का कोई सवाल ही पैदा नहीं होता है। उन्होंने पूर्व के विवादों पर कमेंट करने से इंकार किया। बता दें कि भारतीय रेसलिंग पिछले एक साल से विवादों में है।
UWW का सस्पेंशन हटा, लेकिन खेल मंत्रालय से अब भी निलंबित
भले ही रेसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया से यूनाइटेड वर्ल्ड रेसलिंग ने सस्पेंशन हटा दिया है, लेकिन भारतीय खेल मंत्रालय ने WFI को अब भी सस्पेंड कर रखा है और भारतीय ओलिंपिक कमेटी (IOA) की एडहॉक बॉडी WFI के समानांतर काम कर रही है।
केंद्रीय खेल मंत्रालय ने चुनाव के बाद रेसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया (WFI) की नई बॉडी को सस्पेंड कर दिया। 24 दिसंबर को मंत्रालय ने भारतीय ओलिंपिक संघ (IOA) से रेसलिंग फेडरेशन के मामलों के मैनेजमेंट के लिए एडहॉक कमेटी बनाने को भी कहा था और IOA ने एडहॉक कमेटी भी बना दी है।
संजय सिंह ने अध्यक्ष पद पर अनीता को हराया था
21 दिसंबर को भारतीय रेसलिंग संघ के चुनाव में संजय सिंह ने अध्यक्ष पद पर कॉमनवेल्थ चैंपियन रेसलर अनीता श्योराण को 33 वोट से हराया था। संजय को 40 वोट मिले थे, जबकि अनीता को 7 वोट ही मिले थे।
चुनाव के बाद विवाद; साक्षी का संन्यास, बजरंग-विनेश ने अवॉर्ड लौटाए
दिग्गज पहलवान संजय सिंह के अध्यक्ष बनने के विरोध में उतर आए थे। ओलिंपिक मेडलिस्ट साक्षी मलिक ने संन्यास का ऐलान किया था, जबकि बजरंग और विनेश ने अपने अवॉर्ड वापस लौटा दिए थे।पिछले एक साल से विवादों में कुश्ती
रेसलिंग फेडरेशन पिछले एक साल से विवादों में है। ये विवाद पिछले साल जनवरी-फरवरी में महिला पहलवानों के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण शरण पर यौन उत्पीडन के आरोप से शुरू हुए।