वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) 2025-27 का फाइनल नए वेन्यू पर हो सकता है। शुक्रवार को भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) के सचिव जय शाह ने बताया कि बोर्ड ने ICC के साथ संभावित नए स्थानों पर चर्चा की है। शाह ने यह भी कहा है कि WTC फाइनल आयोजित करने के लिए एक अलग टाइम स्लॉट या किसी अन्य वेन्यू को ढूंढना मुश्किल होगा।हालांकि 2023-25 WTC का फाइनल इंग्लैंड में ही होगा।
शाह ने IPL में पिछले सीजन से लागू हुए इम्पैक्ट प्लेयर रूल पर भी बात की। उन्होंने कहा- 'इम्पैक्ट प्लेयर एक टेस्ट केस की तरह है। हमने इसे धीरे-धीरे लागू किया है। इसका सबसे बड़ा फायदा यह है कि एक मैच में एक ही टीम के दो भारतीय खिलाड़ियों को मौका मिल रहा है, जो सबसे महत्वपूर्ण है।'
शाह ने कहा- 'हम खिलाड़ियों और फ्रेंचाइजी मालिकों से बात करने के बाद सोचेंगे कि इसे आगे जारी रखे या नहीं। हालांकि, उन्होंने यह नहीं कहा कि इम्पैक्ट प्लेयर रूल आगे नहीं होगा। रोहित शर्मा और मिचेल स्टार्क खिलाड़ियों ने इम्पैक्ट प्लेयर रूल पर चिंता जाहिर की थी।
WTC के पिछले दोनों फाइनल इंग्लैंड में हुए
WTC के पिछले दोनों फाइनल इंग्लैंड में ही खेले गए है। दोनों फाइनल जून के महीने में हुए और दोनों में फाइनल में पहुंचने के बाद भारत को हार का सामना करना पड़ा। साल 2021 में न्यूजीलैंड टीम साउथहैंपटन के मैदान पर जीती। वहीं, 2023 में ऑस्ट्रेलिया लंदन के ओवल में वर्ल्ड टेस्ट चैंपियन बना।
ICC की सबसे ज्यादा कमाई BCCI की मदद से होती है। ऐसे में ICC ज्यादातर टूर्नामेंट्स की टाइमिंग भारत की ऑडियंस को देखते हुए ही रखता है।
इम्पैक्ट प्लेयर रूल के कारण बन रहे है ज्यादा रन
इम्पैक्ट प्लेयर रूल को इस सीजन दर्ज किए गए लीग के सबसे बड़े स्कोर का प्रमुख कारण माना जा रहा है। टीम इंडिया के कप्तान रोहित शर्मा ने कुछ दिनों पहले कहा था कि इम्पैक्ट प्लेयर रूल को हटा देना चाहिए। इससे शिवम दुबे और अभिषेक शर्मा जैसे ऑलराउंडर्स को गेंदबाजी का मौका नहीं मिल पाता है।
फिंच ने इस पर सहमति जताते हुए कहा कि इम्पैक्ट प्लेयर रूल इंटरनेशनल क्रिकेट में नहीं है। इससे कप्तानों को स्ट्रैटजी बनाने में प्रॉब्लम होती है।
इम्पैक्ट प्लेयर रूल गेंदबाजों के खराब प्रदर्शन की वजह- स्टार्क
कोलकाता नाइट राइडर्स के तेज गेंदबाज मिचेल स्टार्क का भी मानना है कि इम्पैक्ट प्लेयर नियम ने मौजूदा IPL 2024 सीजन में गेंदबाजों के खराब प्रदर्शन के प्रमुख कारणों में से एक है। उ न्होंने कहा, इम्पैक्ट प्लेयर रूल चीजों को बदल देता है। नंबर-8 या नंबर-9 तक बल्लेबाज आते है तो बड़ा स्कोर बन जाता है।