नई दिल्ली । भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व सलामी बल्लेबाज वीरेन्द्र सहवाग ने कहा है कि पूर्व कप्तान महेन्द्र सिंह धोनी के टी20 विश्व कप के लिए भारतीय टीम के मेंटॉर बनने से उन्हें बेहद खुशी हुई है। सहवाग के अनुसार इससे युवा खिलाड़ियों को लाभ होगा। सहवाग के अनुसार एक कप्तान के रूप में धोनी की मुख्य ताकत सीमित ओवरों के प्रारूप में अपने गेंदबाजों की मानसिकता को समझना है।
साथ ही कहा कि एक विकेटकीपर के रूप में धोनी क्षेत्ररक्षण सजाने के मामले में असाधारण थे और यह कुछ ऐसा है जो इस विश्व कप में गेंदबाजी इकाई की मदद करेगा। इससे गेंदबाज अपना दिमाग लगा सकते हैं और बल्लेबाज के खिलाफ योजना बनाने के लिए उपयोगी सुझाव प्राप्त कर सकते हैं। जो युवा खिलाड़ी थोड़े अंतर्मुखी या शर्मीले है उनके लिए भी भारतीय टीम में धोनी से बेहतर कोई और ‘मेंटर' नहीं हो सकता है, खासकर तब जब उन्हें मार्गदर्शन करने के लिए किसी की जरूरत होती है क्योंकि वे मैदान पर अपने को अभिव्यक्त करने की कोशिश करते हैं।
सहवाग ने कहा कि किसी भी अंतरराष्ट्रीय टीम में हमेशा ऐसे खिलाड़ी होते हैं, जो शर्मीले होते हैं और अपने कप्तान से बातचीत करने में संकोच करते है। धोनी हमेशा उस तरह का व्यक्ति जिससे खिलाड़ी आसानी से बातचीत कर सकते हैं। वह युवाओं के लिए एक आदर्श संकटमोचक भी है।