भोपाल । माइनिंग कारपोरेशन के अधिकारियों की मेहरबानी के चलते लगभग 1 अरब रुपये बकाया होने के बाद भी आरके ट्रांसपोर्ट एन्ड कंस्ट्रक्शन लिमिटेड कंपनी होशंगाबाद में स्टॉक की हुई रेत बेच रही है। दरअसल आरकेटीसी लिमिटेड ने होशंगाबाद जिले की रेत खदानें सरकार से लीज पर ली थी। कंपनी को सरकार को अक्टूबर, नवंबर, दिसंबर, की किस्त इसका ब्याज और राहत राशि का लगभग 1 अरब रुपये बकाया है।
इसके साथ ही कंपनी ने सितंबर में ठेका सरेंडर करने को लेकर मुख्यमंत्री और माइनिंग कॉर्पोरेशन को पत्र भी लिखा था। कंपनी से सरकार को बड़ी मात्रा में राशि बसूलनी थी। इसके बावजूद माइनिंग कॉर्पोरेशन के अधिकारी कंपनी पर मेहरबान रहे खनिज विभाग के प्रमुख सचिव सुखबीर सिंह के निर्देश के बाद कंपनी की ईटीपी बंद कर दी गई। इस बीच कंपनी स्टॉक से रेत की रॉयल्टी काटने की परमिशन को लेकर कोर्ट चली गई ।
कोर्ट ने आदेश में शासन को स्टॉक से रेत की ईटीपी चालू रखने के आदेश दिए । जिसके चलते शासन ने आदेश जारी करते हुए स्टॉक से रेत बेचने की अनुमति दे दी। वर्तमान में करोड़ो रुपये बकाया होने के बाद भी कंपनी स्टॉक से रेत बेच रही है।
- कोर्ट में कारपोरेशन के अधिकारी ने मजबूती से नहीं रखा पक्ष
आरकेटीसी को बड़ी मात्रा में सरकार का राजस्व चुकाना था। जिसके चलते रॉयलटी बंद कर दी गई थी। मामला कोर्ट में जाने के बाद माइनिंग कार्पोरेशन के अधिकारी कोर्ट में अपना पक्ष मजबूती से नहीं रख पाए जिसके चलते कंपनी के पक्ष में स्टॉक से रेत बेचने के आदेश जारी हो गए। अब कंपनी बकाया राशि के बाद भी स्टॉक की रेत बेचेगी।
- सरकार को चुकाने होंगे 140 करोड़
आरकेटीसी ने सरकार को जिले का ठेका सरेंडर करने को लेकर पत्र लिखा है।नियमानुसार सरेंडर के छह माह की राशि ठेकेदार को सरकार को जमा करनी होती है। आरकेटीसी ने 262 करोड़ में जिले की रेत खदानों का ठेका लिया है। कंपनी को लगभग 140 करोड़ रुपये सरकार को चुकाने होंगे।
- आरकेटीसी को किसका संरक्षण ?
होशंगाबाद जिला प्रदेश के खनिज खनिज मंत्री बृजेन्द्र प्रताप सिंह का प्रभार जिला है। इसके बावजूद कंपनी करोड़ो रुपये बकाया होने के बाद भी कोर्ट से पोर्टल चालू कराने के आदेश कर लायी। वही माइनिंग कारपोरेशन की ओर से महाप्रबंधक आशुतोष टेमले ने अपना पक्ष रखा था। विभाग के प्रमुख सचिव सुखवीर सिंह कंपनी को पहले ही हड़का चुके थे। फिर किसके इसारे पर कोर्ट से लेकर मंत्रालय तक कंपनी को ढील दी गई।
- स्टॉक की आड़ में होगा अवैध उत्खनन
सूत्र बताते है कि ईटीपी पोर्टल चालू होने के बाद स्टॉक के साथ ही नर्मदा से अवैध उत्खनन की तैयारी शुरू हो चुकी है। माफियाओं ने जासलपुर, होरियापीपर,बाबरी रेत खदान में रास्ते बनाने शुरू कर दिए है। पोर्टल में 4 लाख 50 हजार घन मीटर रेत का स्टॉक दर्शाया गया है। सूत्रों की माने तो होशंगाबाद के चारो स्टॉक को मिलकर 20 हजार घन मीटर रेत है। स्टॉक की आड़ में जमकर अवैध उत्खनन होगा।