भोपाल । मध्य प्रदेश में बढ़ते कोरोना संक्रमण पर जबलपुर हाईकोर्ट ने स्वत: संज्ञान लिया है। कोर्ट ने सरकार से पूछा है कि तीसरी लहर से निपटने की क्या तैयारी है? चीफ जस्टिस रवि मलिमठ और पीके कौरव की डबल बेंच ने राज्य सरकार से विस्तृत रिपोर्ट मांगी है। अगली सुनवाई दो सप्ताह बाद होगी। कोविड इलाज में हो रही अनियमितता और निजी अस्पतालों की मनमानी के मामले में हाईकोर्ट ने स्वत: संज्ञान लेते हुए जनहित याचिका के तौर पर सुनवाई शुरू की है।
प्रदेश में 24 घंटे में 1577 कोरोना पॉजिटिव मिले हैं। एक्टिव केस की संख्या बढ़कर 5044 पहुंच गई है। इंदौर और भोपाल की स्थिति विस्फोटक है। इंदौर में 618 और भोपाल में कोरोना के 347 नए मरीज मिले हैं। राजधानी में मिले संक्रमितों में 28 बच्चे, जीएमसी और स्वास्थ्य विभाग के चार-चार डॉक्टर शामिल हैं। दो आईएएस भी पॉजिटिव आए हैं। दुबई से लौटी 28 साल की महिला संक्रमित मिली है। वह 3 जनवरी को भारत आई। अब तक विदेश से लौटे 22 लोग संक्रमित मिल चुके हैं। इंदौर में कोरोना की तीसरी लहर विकराल स्थिति में पहुंच गई है। 15 दिन में संक्रमण 20 गुना फैल गया है। 8 दिन में ही 2360 नए मरीज मिल चुके हैं।
एक्सपर्ट को आशंका है कि इंदौर में अगले सात दिन में ही कोरोना संक्रमण का पीक आ सकता है। पांच हजार मरीज रोज मिल सकते हैं। तीन दिन से मरीजों का आंकड़ा 500 पार जा रहा है। जिला आपदा प्रबंध समिति के सदस्य डॉ. निशांत खरे कहते हैं कि आने वाले दिनों में मरीजों की संख्या निश्चित तौर पर बढ़ेगी। यह बढ़ोतरी अप्रत्याशित होगी। पिछली लहर में हर दिन अधिकतम 1800 केस आए थे, इस बार रोज 5 हजार केस तक आ सकते हैं।
मंत्री बोले- केस बढ़ रहे, तैयारियां पूरी
चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने कहा है कि कोरोना से निपटने के लिए सभी तैयारी कर ली गई हैं। ऑक्सीजन का प्रबंध हर स्तर पर कर लिया गया है। एक महीने की दवाई प्रिक्योर कर ली हैं। कोरोना के केस बढ़ रहे हैं, लेकिन अच्छी बात यह है कि वैक्सिनेशन का असर दिख रहा है। अधिकतर केस एसिम्प्टोमैटिक हैं।