बालोद। कलेक्टर इन्द्रजीत सिंह चन्द्रवाल के निर्देशानुसार विभिन्न विभागों के द्वारा जिले के अंतिम छोर पर स्थित डौण्डीलोहारा के सुदूर वनांचल के ग्राम हुच्चेटोला के ग्रामीणों के आय को दुगुना करने हेतु समुचित उपाय सुनिश्चित किए जा रहे हैं। इसके अंतर्गत वनमंडलाधिकारी श्री बी एस सरोटे के निर्देशन में वन विभाग के द्वारा 03 अक्टूबर से 05 अक्टूबर तक तीन दिवसीय काष्ठ एवं बांस हस्तशिल्प कला का प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस दौरान बड़ी संख्या में ग्रामीणों ने प्रशिक्षण प्राप्त कर काष्ठ एवं बांस हस्तशिल्प कला के बारिकियों की जानकारी प्राप्त की।
इस प्रशिक्षण के लिए इस कार्य के लिए ईच्छुक ग्रामीणों का चयन कर उन्हें समुचित प्रशिक्षण प्रदान किया गया। प्रशिक्षण के शुभारंभ अवसर पर उपवनमंडलाधिकारी जे एल सिन्हा, ग्राम पंचायत कुदारी दल्ली के सरपंच झुमुक लाल, उपसरपंच ललित देशमुख सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण उपस्थित थे। प्रशिक्षण के अंतिम दिन प्रशिक्षण छत्तीसगढ़ के प्रसिद्ध बांस कलाकार श्री चंद्रशेखर उइके एवम उनके दल के द्वारा दिया गया। प्रशिक्षण के अंतिम दिन प्रशिक्षणार्थीयो को डोंगरगांव स्थित श्री चंद्रशेखर उइके के बांस कला केंद्र का भ्रमण भी कराया गया। विदित हो कि ग्राम हुच्चेटोला में वन विभाग द्वारा लाख उत्पादन का भी प्रशिक्षण कार्यक्रम प्रस्तावित है। जिसमें ग्राम हुच्चे टोला के 24 ग्रामीणों को इस वर्ष नवम्बर में प्रशिक्षण दिया जाएगा।