दूसरा विभाग कर रहा था मामले की जांच
मृतक शिक्षक प्रवीण के रिश्तेदार राधेश्याम कनखरे ने बताया कि 3 अक्टूबर को पंचनामा बनाया गया था। उसकी जांच विभाग द्वारा कार्यवाही की जानी चाहिए थी लेकिन दूसरे विभाग (राजस्व) से जांच कराए जाने के चलते वह घबरा गया था और प्रताड़ित महसूस कर रहा था। उन्होंने आरोप लगाया कि उसने डिप्रेशन में आकर यह कदम उठाया है।
एक और शिक्षक लगा चुका फांसी
उल्लेखनीय है कि सेंधवा अनुभाग के ग्राम चिचवा में 11 जून को दलित शिक्षक संतोष जाधव बागरी ने सूदखोरों से परेशान होकर स्कूल के पीछे फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। इस मामले में पुलिस ने एक शासकीय शिक्षक समेत चार लोगों के खिलाफ प्रकरण दर्ज किया था। हालांकि इस मामले में पुलिस की ढील पोल भी सामने आई थी, जो चर्चा का विषय बनी हुई है।