रायपु। देशभर में चलाए जा रहे "उल्लास - नवभारत साक्षरता कार्यक्रम" के तहत, 1 से 8 सितंबर तक देशव्यापी साक्षरता सप्ताह का आयोजन किया जा रहा है। इस अभियान का उद्देश्य 15 वर्ष से अधिक आयु के निरक्षर लड़कियों, महिलाओं, दिव्यांगजन, अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, पिछड़ा वर्ग, और अल्पसंख्यक समुदाय के सदस्यों को साक्षर बनाना है।
इसी क्रम में, रायपुर जिले में "उल्लास" कार्यक्रम और "उल्लास मेला" का आयोजन जिला साक्षरता मिशन प्राधिकरण के अध्यक्ष और जिलाधीश डॉ. गौरव कुमार सिंह के मार्गदर्शन में किया गया। यह आयोजन "डाइट रायपुर" में मुख्य कार्यपालन अधिकारी, जिला पंचायत रायपुर, विश्वदीप की अध्यक्षता में हुआ।
कार्यक्रम में रायपुर जिले के शिक्षकों के बीच एएलटी-स्काउट हेमधर साहू ने गीतों, नारों, और श्लोगनों के माध्यम से "उल्लास" का वातावरण तैयार किया। इस अवसर पर डाइट रायपुर के सहायक प्राध्यापक डॉ. छवि राम साहू, जिला परियोजना अधिकारी साक्षरता डॉ. कामिनी बावनकर, सहायक जिला परियोजना अधिकारी और राष्ट्रपति पुरस्कृत शिक्षक चुन्नी लाल शर्मा भी उपस्थित थे।
कार्यक्रम में रायपुर जिले के संकुल समन्वयक और शिक्षक-शिक्षिकाओं ने भी हिस्सा लिया। इस आयोजन का उद्देश्य सभी के लिए आजीवन सीखने की समझ विकसित करना और साक्षरता को बढ़ावा देना था। "उल्लास मेला" में विभिन्न गतिविधियों और प्रस्तुतियों के माध्यम से साक्षरता के महत्व को उजागर किया गया।
इस कार्यक्रम ने रायपुर जिले में साक्षरता के प्रति जागरूकता बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है, और इसे व्यापक रूप से सराहा गया।