दुर्ग। जिले के 102 उपार्जन केन्द्रों में अब तक किसानों से 4 लाख 21 हजार 386 क्विंटल धान की खरीदी की जा चुकी है। गौरतलब है कि किसानों से समर्थन मूल्य पर धान खरीदी 14 नवम्बर से शुरू हो चुकी है। जिले में 87 सहकारी समतियों के अंतर्गत इसके लिए कुल 102 उपार्जन केन्द्र बनाए गए हैं। जिले में धान खरीदी के लिए कुल 114752 किसान पंजीकृत है। जिनके पंजीकृत रकबे 121538 हेक्टेयर है।
इन किसानों से 64844850 क्विंटल धान खरीदी का अनुमान है। प्राप्त जानकारी अनुसार खरीदी खरीफ विपणन वर्ष 2024-25 में अब तक जिले में 9010 किसानों द्वारा धान विक्रय किए जा चुके हैं, जिनसे कुल 421386 क्विंटल धान की खरीदी हो चुकी है। राज्य सरकार की धान खरीदी नीति से किसान खुश है और वे टोकन प्राप्त कर अपनी बारी के अनुसार अपने उत्पादित धान को बिक्री करने उपार्जन केन्द्र पहुंच रहे हैं।
धान खरीदी शुरू होने के विगत 11 दिनों में उपार्जन केन्द्रों में लगातार धान का आवक बढ़ रहा है। इससे कई उपार्जन केन्द्र में बफर लिमिट के करीब पहुंच चुके है। धान खरीदी हेतु जिले के समितियों में बारदाने की पर्याप्त व्यवस्था की गई है। खरीफ वर्ष 2024-25 में समर्थन मूल्य पर धान खरीदी के लिए सहकारी समितियों को अब तक 50 लाख 8 हजार 323 नग बारदाने प्राप्त हो चुके हैं। इनमें 10 लाख 53 हजार 465 बारदाने की खरीदी में उपयोग हो चुका है।
जिले में इस वर्ष धान खरीदी के लिए कुल 1 करोड़ 70 लाख बारदाने की आवश्यकता होगी। धान खरीदी में बारदाने के उपयोग के बाद जिले की सहकारी समितियों में अभी भी 395458 बारदाने शेष है। इनमें 2245316 नए, 975899 मिलर्स एवं 733643 पीडीएस से प्राप्त बारदाने शामिल है। इस वर्ष कुल 64 लाख 48 हजार 484 क्विंटल धान खरीदी का लक्ष्य है। धान उपार्जन के लिए 50 प्रतिशत नए तथा 50 प्रतिशत पुराने बारदाने का उपार्जन केन्द्रों में उपयोग किया जाना है। जिले में इस वर्ष अनुमानित धान खरीदी के जरूरत के अनुसार पर्याप्त मात्रा में बारदाने उपलब्ध है। किसी भी समिति में बारदाने को लेकर कोई समस्या नहीं हैं। समितियों में 50-50 के अनुपात बारदाना भेजे जा रहे है, जहां जरूरत होगी वहां जरूरत के हिसाब से और बारदाने भेजे जाएंगे।