बता दें, इस बार होली पर तड़के 4 बजे भस्म आरती में मंदिर के गर्भगृह में आग लग गई थी। इसमें कई पुजारी तथा सेवक झुलस गए थे। उपचार के दौरान एक सेवक की मौत भी हो गई थी। इसके बाद मंदिर समिति ने आगजनी की घटना को रोकने के लिए यह कदम उठाया है।
गर्भगृह का तापमान 57 डिग्री से अधिक होने पर बजे अलार्म
- सहायक प्रशासक मूलचंद जूनवाल ने बताया कि बड़ौदा की विमल कंपनी ने अपनी ओर से मंदिर के गर्भगृह व गलियारे में अत्याधुनिक सेफ्टी सिस्टम लगाया है।
- गर्भगृह का तापमान 58 डिग्री सेल्सियस से अधिक होने पर अग्निशमन यंत्र का अलार्म स्वत: ही बजने लगेगा। फिर इसे नियंत्रित करने के उपाय किए जाएंगे।
- इसके अलावा गर्भगृह के गलियारे में लगाए गए सिस्टम की अपनी अलग विशेषता है। इसमें एक डिफ्यूज कंडक्टर लगा है।