इन्दौर । कलेक्टर मनीष सिंह के निर्देशन में नदी-नालों में दूषित जल फैकने वाले उद्योगों के विरूद्ध कार्रवाई का सिलसिला निरंतर जारी है। इसी क्रम में गत दिवस अपर कलेक्टर पवन जैन के नेतृत्व में गठित जांच दल द्वारा कान्ह नदी में दूषित जल फैकने वाले उद्योगों के विरुद्ध कार्रवाई की गई। दल द्वारा कुम्हेड़ी, औद्योगिक क्षेत्र सांवेर रोड तथा देवास नाका स्थित औद्योगिक इकाईयो एवं सी.ई.टी.पी. का निरीक्षण किया गया।
निरीक्षण के दौरान औद्योगिक क्षेत्र सांवेर स्थित गोल्डी इण्डस्ट्रीज द्वारा दूषित जल बिना उपचार के ही सी.ई.टी.पी. में भेजे जाने के कारण उद्योग को तत्काल बंद कराया गया एवं निर्देशित किया गया कि जल्द से जल्द फेक्ट्री में ई.टी.पी. की स्थापना करें तत्पश्चात ही उत्पादन की अनुमति दी जायेगी। इसी प्रकार मेसर्स गुरुकृपा इण्डस्ट्रीज, सेक्टर-सी, औद्यागिक क्षेत्र सांवेर रोड, इन्दौर में ई. टी.पी बंद पाया गया एवं दूषित जल सीधे ही नरवल नाले में निस्सारित होते पाया गया।
उद्योग को तत्काल सील कर समस्त आउटलेट बंद करने के निर्देश दिये गये। अपर कलेक्टर श्री जैन के निर्देशन में दल द्वारा क्षेत्र में स्थित सी.ई.टी.पी. का भी निरीक्षण किया गया एवं निर्देश दिये गये कि बिना प्राईमरी ट्रीटमेंट के दूषित जल नहीं लिया जाये एवं जिन उद्योगों द्वारा पाईपलाईन के माध्यम से दूषित जल भेजा जाता है, उनके दूषित जल की जांच की जाये।
तद्पश्चात दल द्वारा खातीपुरा, सुखलिया स्थित अनिकेत प्लॉस्टिक का औचक निरीक्षण किया गया। जहां पाया गया कि फेक्ट्री द्वारा सीधे ही दूषित जल परिसर के बाहर फैका जा रहा था। उद्योग खान नदी के समीप स्थापित है तथा पर्यावरण को गंभीर रूप से प्रदूषित कर रहा था। जिसके चलते फेक्ट्री यूनिट का उत्पादन तत्काल बंद कराकर सील किया गया एवं विद्युत विच्छेदित किया गया। इसी तरह की कार्रवाई किशोर इण्टरप्राईजेस, खातीपुरा सुखलिया, इलेक्ट्रोप्लेटिंग इकाई पर भी की गई।