अजय देवगन जल्द ही हॉरर-ड्रामा फिल्म 'शैतान' में नजर आने वाले हैं। ऐसे में फिल्म के ट्रेलर लॉन्च के मौके पर अजय देवगन ने बताया कि उन्होंने असल जिंदगी में असाधारण गतिविधियों का अनुभव किया है।
अजय देवगन सुपरनेचुरल गतिविधियों को मानते हैं
अजय देवगन ने फिल्म 'शैतान' के बारे में बातचीत में कहा- मैं लंबे समय से हॉरर फिल्म करना चाहता था। मैंने साल 2003 में 'भूत' फिल्म की थी। मुझे यह शैली पसंद है, क्योंकि काला जादू हर कल्चर में मौजूद है। यह फिल्म सिर्फ मेरे बारे में नहीं है, बल्कि जिस किसी के भी परिवार को काले जादू का सामना करना पड़ा है, वो इस फिल्म से जरूर कनेक्ट करेगा। वो समझ पाएगा कि इस फिल्म में मेरी क्या जिम्मेदारी है।
अजय देवगन ने आगे कहा- मैंने बहुत सारी सुपरनेचुरल गतिविधियों को महसूस किया है। अपने करियर के शुरुआती 10-12 सालों में जब हम बाहर शूटिंग किया करते थे, वहां कई बार बहुत असाधारण गतिविधियां का सामना करना पड़ता था।
क्या सच में काला जादू होता है?
जब अजय देवगन से पूछा गया कि क्या वो काले जादू पर यकीन करते हैं? तो एक्टर ने कहा- हालांकि मेरे पास काफी एक्सपीरियंस हैं। लेकिन मुझे नहीं पता उसमें से कितने सच हैं और कितने मुझे याद हैं। सच कहूं तो मैं शायद ही किसी ऐसे व्यक्ति से मिला हूं जो इस पर विश्वास नहीं करता हो। जब हम घर से निकलते हैं या बीमार पड़ते हैं तो सबसे पहली बात जो मन में आती है वह है बुरी नजर। ये बात सिर्फ मेरे या आपके मन में नहीं, बल्कि सबके मन में आती है।
ट्रेलर में भी 'काले जादू' की झलक देखने को मिली
फिल्म के ट्रेलर में अजय देवगन- ज्योतिका अपनी बेटी पर हुए काले जादू से उसे बचाने की कोशिश करते नजर आए हैं। आर माधवन, जो कि शैतान का किरदार निभा रहे हैं- अजय और ज्योतिका के घर में सिर्फ 15 मिनट के लिए ठहरने की इजाजत मांगते हैं। लेकिन उसी बीच वो अजय-ज्योतिका की बेटी का वशीकरण कर लेते हैं। फिर बेटी को अजय और ज्योतिका के खिलाफ एक हथियार के रूप में पेश करते हैं।
माधवन ने पेरेंट्स और बच्चे के बॉन्ड पर बात की
माधवन ने कहा- यदि आप कभी माता-पिता की ताकत का अनुभव करना चाहते हैं, तो बस उन्हें तब देखें जब उनका बच्चा मुसीबत में हो। इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि फिजिकली वे कितने स्ट्रॉंग हैं। जब उनके बच्चे पर कुछ आएगा, तो आपको असली हीरो देखने को मिलेंगे।
उन्होंने आगे कहा- मैंने ये अपनी निजी जिंदगी में भी देखा है। एक माता-पिता के रूप में आपकी जो लाचारी है, उसे किसी के लिए भी सहना बहुत दर्दनाक है। जब आप अपनी संतान को किसी और के कंट्रोल में देखते हैं, तो आप और अधिक शक्तिशाली हो जाते हैं। कल्पना कीजिए कि जब हम बिदाई पर इतना रोते हैं, तो ऐसी स्थिति में हमारी क्या हालत हो जाएगी।
बता दें, 'शैतान' के डायरेक्टर विकास बहल हैं। ये फिल्म 8 मार्च को सिनेमाघरों में दस्तक देगी।