बिलासपुर । छत्तीसगढ़ के राज्य सरकार भूपेश बघेल पेयजल की समस्याओं को देखते हुए प्रत्येक गांव के घर-घर एवं स्कूल जैसे जगह में पेयजल की संकट को देखते हुए व्यवस्था कराई जा रही है जहां ग्रामीणों के बुनियादी सुविधाओं के लिए सरकार अनेक तरह की योजनाओं का लाभ ग्राम पंचायत सरपंच सचिव एवं ठेकेदार के माध्यम से मुहैया कराया जा रहा है लेकिन वहीं पंचायत मद में आए राशि का सचिव सरपंच के द्वारा 15वें वित्त की राशि को अपनी निजी संपत्ति समझ कर दुरुपयोग किया जा रहा है
जहां काम कराने के नाम पर अधिक राशि आहरण कर लिया जाता है ऐसे ही मामला पथरिया - अंतर्गत ग्राम पंचायत बदरा (ब) का है जहां सरपंच सचिव मिलीभगत कर पंचायत मद की राशि का गलत तरीके से आहरण किया गया है जहां ग्रामीणों से मिली जानकारी के अनुसार सचिव विनोद देवांगन ने सरपंच गीता ध्रुव से सांठगांठ व मिलीभगत कर आंगनबाड़ी केंद्र क्रमांक 1 व आंगनबाड़ी केंद्र क्रमांक 2 में रनिंग वाटर के नाम पर 15वें वित्त मद से 1 लाख 63 हजार, रुपए का राशि बंदरबांट किया गया है जहां आंगनबाड़ी केंद्र में मात्रा दो सिंटेक्स टंकी व पाइप लाइन किया गया है
जिसमें कार्य से अधिक की राशि आहरण किया गया है तथा बाउचर की तिथि जियोटैग में 5 फरवरी 2022 का उल्लेख है, सरपंच सचिव ने मिलकर दो माह पूर्व उक्त राशि का बंदरबांट कर लिया। गया है बहरहाल यह कहना होगा कि कहीं न कहीं संबंधित अधिकारियों व कर्मचारियों के अनदेखी व निष्क्रियता का ही यह दुष्परिणाम है कि ऐसे सचिव और सरपंच के हौसले अनियमितता के मामले में काफी बुलंद होते जा रहे है
तथा मूलभूत आवश्यकताओं के पूर्ति के लिए पंचायत खाते में आए राशि को फर्जी बिल के जरिये निकाल कर खुद का विकास व आवश्यकताओं की पूर्ति करते हुए शासन प्रशासन को गांव के सरपंच सचिव ठेंगा दिखा रहे हैं ऐसे लापरवाह सरपंच सचिव के ऊपर आखिर शासन प्रशासन कब अपनी निद्रा से जाग उठेंगे तब कहीं जाकर इनके खिलाफ कार्रवाई होगी अब देखना यह है कि इनके खिलाफ प्रशासन किस तरह से कार्रवाई की जा सकती हैं या फिर कागजों में सिमट कर रह जाएगा