भोपाल। गणपति बप्पा मोरिया... अलगे बरस तू जल्दी आ की कामना के साथ श्रद्धालुओं ने मंगलवार को मंगलमूर्ति भगवान श्री गणेश को विदाई दी। इसके साथ ही 10 दिनी गणेशोत्सव का समापन हुआ। शाम को इंद्रदेव ने भी मानो झमाझम वर्षा के साथ भगवान का अभिषेक किया। इस दौरान भी श्रद्धालुओं ने रंग-गुलाल उड़ाकर नाचते-गाते हुए पूजन-अर्चन के साथ मूर्ति विसर्जन किया।बड़ी प्रतिमाओं का क्रेन से विसर्जन
शहर में सुबह से ही मूर्तियों के विसर्जन का सिलसिला शुरू हो गया था, जो रातभर जारी रहा। रात 11 बजे तक शहर के सभी सात घाटों पर कुल 21,037 प्रतिमाओं का विसर्जन हो चुका था। विसर्जन घाटों पर 19961 छोटी और 1076 बड़ी प्रतिमाओं को क्रेन के जरिए विसर्जित किया गया।
जोन स्तर पर शहर के 22 स्थानों पर भगवान श्रीगणेश की मूर्तियां प्राप्त करने और उन्हें विसर्जित करने की व्यवस्था भी की गई। यह काम दो दर्जन वाहनों के जरिए किया गया। यहां निगम कर्मचारियों को लगाया गया था। राजधानी में परंपरागत चल समारोह निकाला गया। बुधवारन को भी भगवान गणेश की प्रतिमाओं को अलग-अलग विसर्जन घाटों पर विसर्जित किया जा रहा है।
घाटों पर पुख्ता इंतजाम
नगर निगम द्वारा घाटों पर गणेश प्रतिमाओं के विसर्जन के लिए एक दर्जन से अधिक बड़ी क्रेन के साथ लाइफ जैकेट, लाइफ बाय, ट्यूब, रस्सी बंडल की व्यवस्था की गई है। घाट में विसर्जन के दौरान इसकी लाइव मानीटरिंग कराई जा रही है। इसके लिए सीसीटीवी कैमरे भी लगाए गए हैं। घाटों पर हादसा न हो, इसलिए पानी में उतरने पर पूरी तरह से रोक है। क्रेन की मदद से बड़ी मूर्तियों का विसर्जन किया जा रहा है, जबकि छोटी मूर्तियों के लिए घाटों पर कुंड बनाए गए।
केंद्रीय मंत्री शिवराज ने किया विसर्जन
केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने दस दिनों तक विशेष पूजा-अर्चना के बाद अनंत चतुर्दशी पर गणपति को विदाई दी। प्रेमपुरा घाट में स्वजन व अन्य श्रद्धालुओं के साथ विधि- विधान से पूजा-अर्चना कर भगवान गणेश की प्रतिमा का विसर्जन किया। विसर्जन के जुलूस के दौरान रास्ते भर शिवराज सिंह चौहान भक्तिमय माहौल में रहे। भगवान गणेश के भजन गाते हुए प्रेमपुरा घाट पहुंचे । इसके पहले शिवराज सपत्नीक विदिशा स्थित बाढ़ वाले गणेश मंदिर पहुंचे, वहां विधिवत भगवान गणेश का पूजन किया और मंदिर में भंडारा संपन्न कराया।
भव्य चल समारोह निकला
उधर हमीदिया रोड पर सड़क की मरम्मत का काम चलने के कारण इस बार परंपरागत श्री गणेश विसर्जन चल समारोह नादरा बस स्टैंड के बजाय सेंट्रल लाइब्रेरी से शुरू हुआ। इसमें शताधिक मूर्तियां शामिल हुईं। शिव पुत्र पार्वती नंदन के मोहक स्वरूप को निहारने लोग उमड़ पड़े। विसर्जन चल समारोह सेंट्रल लाइब्रेसी से इतवारा, मंगलवारा, हनुमानगंज, जवाहरचौक जुमेराती, सिंधी मार्केट, सोमवारा, मोती मस्जिद, रेत घाट से होते हुए रानी कमलापति घाट पर पहुंचा। यहां सुरक्षा के बेहतर इंतजाम रहे। यहां पर चार क्रेन और एक हाइड्रा मौजूद है।