लखनऊ। उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कुशीनगर में एक कार्यक्रम में कहा कि साल 2017 से पहले अब्बा जान कहने वाले राशन हजम कर जाते थे।
पिछले महीने, मुख्यमंत्री ने यूपी विधानसभा में कहा था कि कुछ कुछ लोगों ने तब टीका लगवाया है, जब उनके 'अब्बा जान' ने टीका लगवा लिया। उनकी यह टिप्पणी मुलायम सिंह यादव के टीका लगवाने के कुछ दिनों बाद आया था
आदित्यनाथ ने कुशीनगर में कहा, 'पीएम मोदी के नेतृत्व में तुष्टिकरण की राजनीति के लिए कोई जगह नहीं है। क्या 2017 से पहले सभी को राशन मिलता था? 'अब्बा जान' कहने वाले ही राशन हजम कर जाते थे।'
योगी ने कहा, 'पीएम मोदी के बाद सही मयाने देश के विकास और देश के राजनीतिक एजेंडे को बदला। देश की राजनीति 1947 में जाति, मजहब, क्षेत्र, भाषा, परिवार और वंश तक सीमित थी। गांव के लिए, गरीब के लिए, किसान के लिए, नौजवान के लिए, महिलाओं के लिए, बच्चों के लिए, बिना भेदभाव के लिए समाज के हर तबके तक विकास को पहुंचाया। इसका परिणाम हुआ कि हर तबके के लोगों को विकास समान रूप से मिल रहा है। लेकिन तुष्टिकरण किसी का नहीं। तुष्टिकरण की राजनीति जब तक देश के अंदर थी, तब विकास नहीं था, दंगे, भ्रष्टाचार, अराजकता, आतंकवाद, अत्याचार, अन्याय था। लेकिन आज सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास है।'
साथ ही उन्होंने कहा, 'हर गरीब को शौचालय दिया गया। क्या शौचालय देने के लिए किसी का चेहरा देखा गया। राशन मिल रहा है? क्या 2017 से पहले भी मिलता था? तब तो अब्बा जान कहने वाले राशन हजम कर जाते थे। तब कुशीनगर का राशन नेपाल और बांग्लादेश पहुंच जाता था। आज कोई गरीबों का राशन निगलेगा तो जेल जाएगा।'।