प्रधानमंत्री आवास घोटाले की उच्च स्तरीय जांच को लेकर कार्यवाही की मांग
रायपुर । राज्यपाल सुश्री अनुसुइया उइके से राजभवन जाकर भारतीय जनता पार्टी के प्रतिनिधि मंडल ने मुलाकात कर बस्तर में हुए प्रधानमंत्री आवास घोटाले की उच्च स्तरीय जांच की मांग की। इसके साथ ही भाजपा कार्यकर्ताओं पर प्रदेश सरकार के इशारे पर पुलिसिया दुव्र्यवहार पर भी चर्चा हुई। प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदेव साय ने कहा कि प्रदेश में जब से कांग्रेस सत्ता में आई है तब से कांग्रेसियों को भ्रष्टाचार करने, भय फैलाने का लाइसेंस मिल गया है। यह सब कुछ प्रदेश के मुख्यमंत्री के इशारे पर हो रहा है। बस्तर में जो आवास घोटाला हुआ है उसकी जांच को लेकर कुछ भी नहीं हो रहा है। हमारे कार्यकर्ता लोकतांत्रिक ढंग से प्रदर्शन कर रहे हैं तो उन पर पुलिसिया कहर बरपाया जा रहा हैै। नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने कहा कि अपने हितों के लिए अलोकतांत्रिक प्रक्रिया को अपनाना कांग्रेस का जन्मसिध्द अधिकार बन गया है और इसी रास्ते पर कांग्रेस के कार्यकर्ता चलकर सत्ता के आनंद में मस्त है। उन्होंने कहा कि बस्तर में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के इशारे पर कांग्रेस के दोषी पार्षद को बचाया जा रहा है जिस पर पैसा लेकर आवास देने का आरोप है।
पूर्व मंत्री व वरिष्ठ विधायक बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि प्रदेश की सरकार दमनकारी नीतियों का सहारा लेकर हमारे कार्यकर्ताओं को प्रताड़ित कर रही है। बस्तर में जिस तरह से कार्यकर्ताओं पर पुलिसिया कार्यवाही बर्बरता से की गई यह बताता है कि प्रदेश में खौफ की सरकार चल रही है और सारा रिमोट कंट्रोल मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के हाथ में है। पूर्व मंत्री व भाजपा प्रदेश प्रवक्ता केदार कश्यप ने कहा कि कांग्रेस की पहली प्राथमिकता भ्रष्टाचार करो, दूसरी प्राथमिकता भ्रष्टचारियों को बचाओं व तीसरी प्राथमिकता पुलिस के मार्फत लोकतांत्रिक प्रक्रिया से प्रदर्शन कर रहे विपक्ष को प्रताड़ित करो। लेकिन इन सबके बाद भी हम भयभीत होने वाले नहीं है और न्याय के खातिर हमारी लड़ाई जारी रहेगी। इस दौरान राज्यपाल सुश्री अनुसुइया उइके से पीड़ित परिवार के सदस्यों ने मुलाकात कर अपनी पीड़ा से अवगत कराया व दोषी पार्षद सहित इस मामले के जिम्मेदार सभी पर कार्यवाही की मांग की।
इस दौरान पूर्व मंत्री व भाजपा वरिष्ठ विधायक अजय चंद्राकर, जिला अध्यक्ष रायपुर शहर श्रीचंद सुंदरानी, सुधीर पांडेय, लोकेश कावड़िया, नरेश गुप्ता, रूप सिंह मंडावी, रामाश्रय सिंह, वेदप्रकाश पांडेय, सुरेश गुप्ता, संजय पांडेय, संग्राम सिंह राणा, श्रीमती झरना बघेल, श्रीमती शिखा शाह, श्रीमती राजकुमारी, श्रीमती संजुक्ता भारती, श्रीमती सविता पटनायक, श्रीमती संगीता बघेल, श्रीमती कलावती सेठिया, श्रीमती राजकुमारी बेसरा, श्रीमती भानमती बघेल, श्रीमती सिमरन नाग, श्रीमती तुलसी बघेल, श्रीमती राजकुमारी बाघ, श्रीमती स्वर्णमणि बघेल, सुश्री रानी सिंह, श्रीमती ममता, श्रीमती भानु भारती, श्रीमती कस्तूरा भारती, श्रीमती अंजना भारती, श्रीमती दुर्गा रॉय मौजूद रहे।