खंडवा: मध्य प्रदेश के खंडवा लोकसभा सीट से बीजेपी सांसद ज्ञानेश्वर पाटिल की मश्किलें बढ़ सकती हैं। कांग्रेस नेता की याचिका पर एमपी हाईकोर्ट ने उन्हें नोटिस जारी किया है। हाईकोर्ट ने कहा कि सांसद 10 दिनों के अंदर अपना जवाब दाखिल करें। कोर्ट ने सांसद को 18 सितंबर तक का समय दिया है। दरअसल, मामला चुनाव शपथ पत्र में जानकारी छुपाने को लेकर है। खंडवा लोकसभा सीट से कांग्रेस उम्मीदवार रहे नरेंद्र पटेल ने कोर्ट में याचिका दाखिल की थी लोकसभा चुनाव के दौरान ज्ञानेश्वर पाटिल ने जानकारी छुपाई थी। शपथ पत्र में उन्होंने बैंक डिफाल्टर होने का जिक्र नहीं किया था।
18 सितंबर को होगी सुनवाई
कांग्रेस उम्मीदवार ने कोर्ट में लगाई अपनी याचिका में कहा था कि चुनाव के समय ज्ञानेश्वर पाटिल ने कुछ महत्वपूर्ण जानकारियां छुपा ली थीं। इसी याचिका पर हाई कोर्ट ने कहा है कि खंडवा से भाजपा सांसद ज्ञानेश्वर पाटिल 10 दिन में जवाब दें। हाई कोर्ट के जस्टिस विवेक जैन की एकल पीठ ने कहा है कि मामले की अगली सुनवाई 18 सितंबर को होगी। कांग्रेस प्रत्याशी नरेंद्र पटेल ने कोर्ट को बताया था कि सांसद ज्ञानेश्वर पाटिल ने नॉमिनेशन फॉर्म के साथ जमा किए गए शपथ पत्र में महत्वपूर्ण जानकारी छिपाई थी।
नरेन्द्र पटेल ने कहा कि ज्ञानेश्वर पाटिल को सहकारी बैंक के मामले में डिफाल्टर घोषित किया गया था। यह जानकारी शपथ पत्र में अनिवार्य रूप से दर्ज की जानी थी, लेकिन ऐसा नहीं किया गया। इस बात की शिकायत के बाद भी जिला निर्वाचन अधिकारी ने उनका फॉर्म निरस्त नहीं किया। फॉर्म निरस्त नहीं होने के कारण ही मामला कोर्ट में पहुंचा है।
बीजेपी को मिली थी खंडवा से जीत
2024 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने खंडवा लोकसभा सीट से ज्ञानेश्वर पाटिल को मैदान में उतारा था। जबकि कांग्रेस ने नरेन्द्र पटेल को उम्मीदवार बनाया था। इस चुनाव में बीजेपी ने जीत दर्ज की थी।
कौन हैं नरेंद्र पटेल
64 वर्षीय नरेंद्र पटेल का एक लंबा राजनीतिक इतिहास रहा है। युवा कांग्रेस से अपनी राजनीति करने वाले नरेंद्र पटेल संगठन के कई पदों पर रह चुके हैं। फिलहाल नरेंद्र पटेल मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी में महासचिव हैं।