जुलाना विधानसभा सीट से कांग्रेस की विनेश फोगाट लगातार आगे पीछे होती रहीं। एक बार वो 4000 वोट से आगे चल रही थी। इससे पहले वे 1100 वोट से पीछे थी। उनका मुकाबला भाजपा के योगेश बैरागी से था।
चुनाव आयोग की वेबसाइट के अनुसार, विनेश फोगाट को 65,080 वोट मिले, जबकि उनके विरोधी भाजपा प्रत्याशी के खाते में 59,065 वोट पड़े। इस तरह विनेश को 6015 वोट से जीत मिली।
चुनाव जीतने के बाद विनेश ने कहा कि यह लोगों का प्यार है। संघर्ष और सच्चाई की जीत है। वे लोगों के लिए काम करना जारी रखेंगी। हरियाणा चुनाव में कांग्रेस की हार पर विनेश ने कहा कि पूरे चुनाव परिणाम नहीं आए हैं। अभी मतगणना चल रही है। पूरे परिणाम आने के बाद कांग्रेस की जीत होगी।
विनेश फोगाट की जीत पर भारतीय कुश्ती महासंघ के पूर्व प्रमुख और भाजपा नेता बृजभूषण शरण सिंह का बयान भी आया है। बृजभूषण शरण सिंह ने कहा है कि वो (विनेश फोगाट) जीत गईं, लेकिन कांग्रेस का सत्यानाश हो गया।
बृजभूषण शरण सिंह के मुताबिक, जो पहलवान जीते हैं, वो नायक नहीं, खलनायक है। उन्होंने पहलवान आंदोलन के नाम पर देश को भ्रमित करने की कोशिश की।
हरियाणा का चुनाव परिणाम किसी टी20 मुकाबले से कम नहीं रहा। शुरू में कांग्रेस बहुत आगे थी। कहा जा रहा है कि हरियाणा में इस बार कांग्रेस की सुनामी है। फिर जैसे ही ईवीएम खुली, भाजपा ने तगड़ा पलटवार किया।
भाजपा के जो बड़े नेता पीछे चल रहे थे, वो आगे वो गए। कांग्रेस के बड़े नेता पीछे होने लगे। अब भाजपा का हरियाणा में लगातार तीसरी बार सरकार बनाना तय है। हरियाणा के इतिहास में ऐसा कभी नहीं हुआ कि किसी दल ने लगातार तीन बार सरकार बनाई हो।
भाजपा ने नवाब सिंह सैनी की अगुवाई में चुनाव लड़ा था। चुनाव प्रचार के दौरान सैनी ने कहा था कि पार्टी की हार होती है, तो उनकी जिम्मेदारी होगी। अब जीत मिली है, तो सेहरा भी उन्हीं के सिर बंधेंगे। हालांकि चुनाव प्रचार के दौरान अनिल विज कह चुके हैं कि वे सीएम बनने के लिए तैयार हैं।
हरियाणा के चुनाव परिणाम का असर राष्ट्रीय राजनीति पर भी पड़ेगा। भाजपा की जीत का मतलब है कि कांग्रेस का कोई मुद्दा नहीं चला। अब तक के रुझानों के मुताबिक, आम आदमी पार्टी कोई असर छोड़ती नजर नहीं आ रही है।
यदि परिणाम यही रहे, तो अरविंद केजरीवाल के लिए झटका होगा और दिल्ली विधानसभा चुनाव पर भी इसका असर पड़ सकता है।