नई दिल्ली: इंग्लैंड के खिलाफ होने वाली टेस्ट सीरीज के शुरुआती दो मैचों के लिए चयनकर्ताओं ने भारतीय टीम की घोषणा कर दी। रोहित शर्मा 16 सदस्यीय टीम का नेतृत्व करेंगे जबकि जसप्रीत बुमराह उपकप्तान होंगे। पहला टेस्ट 25 जनवरी से हैदराबाद में और दूसरा मैच दो फरवरी से विशाखापत्तनम में खेला जाएगा। टीम की घोषणाइंग्लैंड के खिलाफ पहले दो टेस्ट के लिए भारतीय टेस्ट टीम इस प्रकार हैं: रोहित शर्मा (कप्तान), शुभमन गिल, यशस्वी जायसवाल, विराट कोहली, श्रेयस अय्यर, केएल राहुल (विकेटकीपर), केएस भरत (विकेटकीपर), ध्रुव जुरेल (विकेटकीपर), रविचंद्रन अश्विन, रविंद्र जडेजा, अक्षर पटेल, कुलदीप यादव, मोहम्मद सिराज, मुकेश कुमार, जसप्रीत बुमराह (उपकप्तान) और अवेश खान।
पुजारा और रहाणे के रास्ते पूरी तरह बंद?
चेतेश्वर पुजारा ने रणजी ट्रॉफी के पहले मैच में दोहरा शतक लगाया। लेकिन इसके बाद भी उन्हें टीम में जगह नहीं मिली है। इससे साफ है कि पुजारा के लिए टीम इंडिया के दरवाजे हमेशा के लिए बंद हो गए हैं। रहाणे का नाम भी नहीं है। ऐसे में साफ है कि इन दोनों की वापसी अब नहीं होने वाली है।तीन विकेटकीपर को मौका
भारतीय टीम तीन विकेटकीपर के साथ सीरीज के पहले दो मैच में उतरेगी। केएल राहुल के साथ केएस भरत और ध्रुव जुरेल टीम का हिस्सा हैं। यूपी के जुरेल को पहली बार टीम में शामिल किए गए हैं। ऐसा काफी कम देखा गया है कि तीन विकेटकीपर को टीम में शामिल किया गया है।
ईशान किशन का क्या है विवाद?
टीम इंडिया में तीन विकेटकीपर हैं लेकिन फिर भी ईशान किशन को मौका नहीं मिला। ईशान ने अपनी पहली सीरीज में वेस्टइंडीज के खिलाफ बेहतरीन बल्लेबाजी की थी। साउथ अफ्रीका दौरे से ठीक पहले उन्होंने टीम से अपना नाम वापस ले लिया था। कहा ये भी जा रहा है कि उनपर अनुशासनात्मक कार्रवाई हुई है। लेकिन अभी तक कोई आधिकारिक बयान नहीं आ रहा है।
फॉर्म से जूझ रहे खिलाड़ी टीम में
शुभमन गिल के बल्ले से रन नहीं बन रहे हैं। श्रेयस अय्यर का भी यही हाल है। इसके बाद भी वह टीम का हिस्सा हैं। गिल ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अहमदाबाद टेस्ट में शतक लगाने के बाद इस फॉर्मेट में कोई बड़ी पारी नहीं खेल पाए हैं। 30 टेस्ट के बाद उनका औसत सिर्फ 30 का ही है।
चार तेज गेंदबाज क्यों?
घरेलू टेस्ट सीरीज में वैसे तो स्पिनर को प्राथमिकता दी जाती है। लेकिन पहले दो टेस्ट के लिए चार पेस गेंदबाज भारतीय टीम में हैं। इसमें दो से ज्यादा को खेलने का मौका नहीं मिलेगा। ऐसे में चार तेज गेंदबाजों को शामिल करना समझ से परे है।