प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदेव साय ने कहा विकास की रफ्तार पकड़ चुका छतीसगढ़ कांग्रेस राज में पिछड़ रहा है
रायपुर । छत्तीसगढ़ प्रदेश भाजपा अध्यक्ष विष्णुदेव साय ने भूपेश बघेल सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है कि रेतखोर सरकार के हाथ कोयले की दलाली में काले हो गए हैं। प्रदेश में रेतमाफ़िया को मुनाफाखोरी करने की छूट देकर चंदा बटोरा जा रहा है। रेत के दाम आसमान पर पहुंचाने के लिए भूपेश बघेल सरकार जिम्मेदार है। लगातार शिकायत मिल रही है कि भूपेश बघेल सरकार अफसरों के जरिये कोयले पर 25 से लेकर 150 रुपये प्रति टन अवैध वसूली करवा रही है। टीपी तक नहीं काटी जा रही। इसी प्रकार रेत परिवहन में सरकार की मिलीभगत का खेल जारी है जिससे रेत के दाम तीन गुने से ज्यादा हो गए। भाजपा ने राज्य की सभी नदियों नालों की रेत खा डालने के खिलाफ लगातार आवाज उठाई तो भूपेश बघेल ने दिखावे की सख्ती का ऐलान कर दिया। जबकि सरकार और रेतमाफ़िया की मिलीभगत का पर्दाफाश हो चुका है। भाजपा ने अवैध रेत परिवहन करते पकड़े गए वाहन राजसात करने की चुनौती दी थी लेकिन भूपेश बघेल सरकार ने ऐसा नहीं किया। जिससे साफ हो गया है कि सरकार और रेतमाफ़िया मिलकर छत्तीसगढ़ की रेत चबा रहे हैं। खजाने पर चोट पहुंचाकर कांग्रेस के लिए चुनावी फंड का इंतजाम किया जा रहा है। भूपेश बघेल सरकार ने छत्तीसगढ़ को कांग्रेस का एटीएम बना रखा है। भूपेश बघेल सरकार के एजेंट यह समझ लें कि यह दलाली उन्हें बहुत महंगी पड़ेगी। एक एक एजेंट का लेखा जोखा तैयार हो रहा है।
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष विष्णुदेव साय ने राज्य की कानून व्यवस्था को लेकर प्रदेश सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि इस नकारा सरकार के राज में छत्तीसगढ़ अपहरण, हत्या, लूट, दुष्कर्म जैसे अपराध का गढ़ बन गया है। भाजपा की सरकार ने बड़े जतन से छतीसगढ़ में विकास किया था पर कांग्रेस ने इसे तीन साल में बीमार कर दिया। विकास के नाम पर एक ईंट भी न रखने वालों ने छत्तीसगढ़ को उसके गठन के पहले वाले हाल में पहुंचा दिया है। हर तरफ अपराध और सरकारी अन्याय अत्याचार का बोलबाला है। स्कूली बच्चे को उठाकर 50 लाख की फिरौती मांगी जाती है, उसकी हत्या कर दी जाती है। मां बहनों से सरेआम चैन स्नेचिंग हो रही है। छोटी छोटी बच्चियों तक के साथ दुष्कर्म की वारदातों की बाढ़ आ गई है और वसूलीबाज सरकार का सिर्फ एक ही मकसद है कि चंदा बटोरकर ऊपर पहुंचाएं और कुर्सी सलामत रखें। कांग्रेस को चुनने की जनता को यह कीमत चुकानी पड़ रही है कि एक व्यक्ति की कुर्सी बचाने के लिए छत्तीसगढ़ को लूटा जा रहा है।