भोपाल। संस्कृति विभाग का प्रतिष्ठित आयोजन तानसेन समारोह 25 दिसंबर से शुरू हो रहा है। पाँच दिन तक चलने वाले सुरों के इस मेले में देश-दुनिया के गायक-वादक सुरों के बादशाह तानसेन को खिराजे अकीदत पेश करेंगे। समारोह का उद्घाटन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान करेंगे। केन्द्रीय कृषि एवं किसान-कल्याण मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर और नागरिक विमानन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया विशिष्ट अतिथि होंगे। प्रदेश की संस्कृति मंत्री सुश्री ऊषा ठाकुर समारोह की अध्यक्षता करेंगी।
समारोह की शुरुआत 25 को पूर्वरंग "गमक" से होगी। उप शास्त्रीय एवं सूफी संगीत की इस महफिल में प्रसिद्ध बडाली बंधु अपनी प्रस्तुति देंगे। रविवार 26 दिसंबर की शाम 6 बजे समारोह का औपचारिक शुभारंभ होगा। शुभारंभ समारोह में राष्ट्रीय कालिदास अलंकरण प्रदान किये जायेंगे। इसके साथ ही समारोह की शुरुआत हो जाएगी।
वर्ष 2013 से 2020 तक के संगीत के क्षेत्र में दिए जाने वाले कालिदास राष्ट्रीय सम्मान इस बार तानसेन समारोह के मंच पर दिये जा रहे है। यह सम्मान हर दिन किसी न किसी सभा में दिए जाएंगे और इन्हें प्रदाय करने के लिए राज्य शासन के मंत्री या संस्कृति विभाग के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहेंगे। उद्घाटन समारोह में ग्वालियर के प्रभारी एवं जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट, ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर, खाद्य प्र-संस्करण मंत्री भारत सिंह, सांसद विवेक शेजवलकर, विधायक प्रवीण पाठक, सतीश सिंह सिकरवार एवं सुरेश राजे भी शामिल होंगे।
- हरिकथा और मीलाद वाचन से शुरू होगा कार्यक्रम
तानसेन समारोह का शुभारंभ परम्परागत हरिकथा एवं मीलाद वाचन से होगा। रविवार 26 दिसंबर को सुबह 9 बजे तानसेन की समाधि पर धोलीबुआ महाराज हरिकथा का गायन करेंगे। साथ ही कामिल हज़रत मीलाद वाचन करेंगे।