मिस वर्ल्ड-2023 का खिताब चेक रिपब्लिक की क्रिस्टीना पिजकोवा ने जीत लिया है। वहीं, मिस लेबनान यास्मीनाजेतून फर्स्ट रनर अप रहीं। इवेंट में 112 देशों की कंटेस्टेंट्स ने हिस्सा लिया था। यह इवेंट मुंबई के फेमस जियो वर्ल्ड कन्वेंशन सेंटर में हुआ। 100 से ज्यादा देशों में फिनाले का लाइव प्रसारण किया गया।
टॉप-8 तक पहुंची थीं भारत की सिनी शेट्टी
भारत की सिनी शेट्टी टॉप- 8 तक पहुंची थीं। इससे पहले उन्होंने टॉप-12 और टॉप-40 में जगह बनाई थी।
टॉप-8 के राउंड के बाद Q&A सेशन हुआ था। इसमें ज्यूरी ने सिनी से पूछा- सोशल मीडिया के जरिए महिला सशक्तिकरण पर काम कैसे किया जा सकता है?
जवाब में सिनी ने कहा- आज हमारी लाइफ में सोशल मीडिया का बहुत बड़ा रोल हो गया है। सोशल मीडिया के पास बहुत बड़ा पावर है, इस पर बातचीत और अवेयरनेस के जरिए समाज में बदलाव ला सकता है। मुझे पूरा विश्वास है कि आज के युवा इस माध्यम के जरिए दुनिया में बदलाव ला सकते हैं। इसके जरिए महिला सशक्तिकरण को भी बढ़ावा दिया जा सकता है। मिस वर्ल्ड प्लेटफॉर्म पर खड़े होकर मैं विश्वास दिलाती हूं कि सोशल मीडिया के बेहतर प्रयोग से हम समाज में बदलाव ला सकते हैं।
ज्यूरी मेंबर्स में रजत शर्मा- साजिद नाडियाडवाला शामिल थे
इवेंट को करण जौहर ने मिस वर्ल्ड-2013 मेगन यंग के साथ प्रेजेंट किया। इवेंट के ज्यूरी मेंबर्स में फेमस न्यूज पर्सनैलिटी रजत शर्मा, फिल्म मेकर साजिद नाडियाडवाला, एक्ट्रेस कृति सेनन और बिजनेसमैन विनीत जैन शामिल थे।
वहीं, शान, नेहा कक्कड़ और टोनी कक्कड़ जैसे सिंगर्स ने म्यूजिकल परफॉर्मेंस दी।
नीता अंबानी को ह्यूमैनिटेरियन अवॉर्ड से नवाजा गया
इवेंट के दौरान नीता अंबानी को ह्यूमैनिटेरियन अवॉर्ड से नवाजा गया। यह अवॉर्ड उन्हें मिस वर्ल्ड ऑर्गेनाइजेशन की चेयरपर्सन और CEO जूलिया मॉर्ले ने दिया। साथ में होस्ट करण जौहर भी मौजूद रहे।
कौन हैं मिस वर्ल्ड विनर क्रिस्टीना पिजकोवा?
क्रिस्टीना पिजकोवा स्टूडेंट और इंटरनेशनल मॉडल हैं। 24 साल की क्रिस्टीना बतौर मॉडल काम करने के साथ लॉ और बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन की पढ़ाई कर रही हैं। क्रिस्टीना ने तंजानिया में वंचित बच्चों के लिए इंग्लिश मीडियम स्कूल खोला था।
उन्होंने चेक रिपब्लिक में क्रिस्टीना पिस्जको फाउंडेशन की स्थापना की है। जिसमें उन्होंने न केवल बच्चों के लिए बल्कि बुजुर्गों और मानसिक रूप से विकलांग लोगों के लिए भी कई स्कूलिंग प्रोग्राम कराए हैं।
क्रिस्टीना को ट्रांसवर्स बांसुरी और वायलिन भी बजाना बहुत पसंद है। उन्होंने 9 साल आर्ट एकेडमी में भी बिताए थे।
कौन हैं फर्स्ट रनर अप मिस लेबनान यास्मीनाजेतून?
20 साल की यास्मीनाजेतून लेबनान की रहने वाली हैं। उनके पिता लेबनान से हैं, जबकि मां फिलिस्तीनी मूल की हैं। यास्मीनाजेतून मॉडलिंग के साथ जर्नलिज्म की पढ़ाई भी कर रही हैं। वो टीवी प्रेजेंटर भी रह चुकी हैं।
यास्मीनाजेतून ने 24 जुलाई 2022 को 16 उम्मीदवारों को पीछे छोड़ मिस लेबनान का ताज जीता था। इस जीत के बाद उन्होंने मिस यूनिवर्स-2022 में भी पार्टिसिपेट किया था।
1996 में भारत को पहली बार मिस वर्ल्ड की मेजबानी मिली
1991 में लिबरलाइजेशन के बाद भारतीय बाजार तेजी से बढ़ रहा था। उसी वक्त 1994 में ऐश्वर्या राय और सुष्मिता सेन ने मिस वर्ल्ड और मिस यूनिवर्स का खिताब जीता। भारत में ये दो अवॉर्ड आने के बाद मिस वर्ल्ड की पॉपुलैरिटी देश में और ज्यादा बढ़ गई।
1996 में पहली बार मिस वर्ल्ड की मेजबानी करने का मौका भारत को मिला। इस कार्यक्रम का आयोजन बेंगलुरु में किया गया था।
भारत को मेजबानी मिलने पर कर्नाटक में आंदोलन हुए थे
1996 में भारत को पहली बार मिस वर्ल्ड की मेजबानी मिली थी। तब कर्नाटक में आंदोलन शुरू हुए थे। एक तरफ फेमिनिस्ट महिलाओं का कहना था कि इस तरह की सौंदर्य प्रतियोगिता से बड़ी संख्या में महिलाओं को नीचा दिखाने की कोशिश होती है। महिला संगठन से जुड़ी कार्यकर्ताओं ने धमकी दी कि अगर यह आयोजन हुआ तो वे आत्मदाह कर लेंगी।
दूसरी तरफ कुछ लोगों का कहना था कि इस तरह के कार्यक्रम से समाज की संस्कृति और सभ्यता खतरे में पड़ जाएगी। मिस वर्ल्ड को पूंजीवादी ताकतों का कार्यक्रम बताते हुए कर्नाटक किसान संघ के अध्यक्ष एमडी नजुंदास्वामी ने कहा कि आयोजक नहीं माने तो कार्यक्रम के स्टेज को आग के हवाले कर दिया जाएगा। प्रदर्शन इतना ज्यादा उग्र हो गया कि मिस वर्ल्ड में होने वाली प्रतियोगिताओं में से एक स्विम सूट कॉम्पिटिशन को बेंगलुरु के बजाय सेशेल्स में कराया गया।
ब्रिटन में पहली बार हुआ था मिस वर्ल्ड पेजेंट का आयोजन
1951 में पहली बार मिस वर्ल्ड पेजेंट का आयोजन हुआ था। इस प्रतियोगिता की मेजबानी ब्रिटेन ने की थी। 1951 में इस कार्यक्रम को देखने के लिए लोगों की भारी भीड़ जुटी। इसके बाद हर साल इस कार्यक्रम को कराने का फैसला लिया गया। टीवी की शुरुआत होने के बाद इस कार्यक्रम की लोकप्रियता और ज्यादा बढ़ गई।
भीड़ जुटाने के मकसद से शुरू हुआ था मिस वर्ल्ड कॉन्टेस्ट
सेकेंड वर्ल्ड वॉर के कुछ सालों बाद ब्रिटिश सरकार द्वारा ‘ब्रिटेन महोत्सव’ कार्यक्रम आयोजित किया जाता था। इस कार्यक्रम के आयोजन की जिम्मेदारी लंदन की कंपनी मक्का लिमिटेड के पास थी। इस कंपनी के पब्लिसिटी डायरेक्टर इरिक मोर्ले ज्यादा से ज्यादा भीड़ जमा करना चाहते थे। इसके लिए उन्होंने इंटरनेशनल ब्यूटी कॉन्टेस्ट कराने का फैसला किया। यहीं से मिस वर्ल्ड प्रतियोगिता कराने की शुरुआत हुई।