नई दिल्ली । कोलकाता की दुर्गा पूजा पंडालों में हजारों की भीड़ उमड़ रही है। लोग बेखौफ हैं लेकिन अधिकारियों को डर है कि यह सुपर स्प्रेडर न बन जाए"आखिर हम कब तक कोरोना के डर से घरों में दुबके रहें? हमने वैक्सीन के दोनों डोज ले लिए हैं। इसलिए अब कोई खतरा नहीं हैं। मां दुर्गा कोरोना का नाश कर देंगी। साल के इस सबसे बड़े त्योहार में हम बिना घूमे कैसे रह सकते हैं,” यह कहना है कोलकाता के दमदम इलाके के शुभ्रजित पाल का, जो अपने पूरे परिवार समेत बीते तीन दिनों से तमाम पंडालों में घूम रहे हैं।
लेकिन बच्चों को तो वैक्सीन नहीं लगी है। क्या उनको संक्रमण का खतरा नहीं है? इस सवाल पर उनका कहना है कि मां (दुर्गा) सबकी रक्षा करेगी। कोलकाता के पश्चिमी इलाके बेहला के रहने वाले असीम कुमार सरकार तो दलील देते हैं, "कोरोना अब खत्म हो गया है। हमने वैक्सीन ले ली है। अब कोई डर नहीं है। यह मौका साल में एक बार ही आता है। हम इसे कैसे छोड़ सकते हैं?” पश्चिम बंगाल के सबसे बड़े त्योहार दुर्गा पूजा के दौरान राजधानी कोलकाता समेत राज्य के तमाम इलाकों के पूजा पंडालों में हर दिन भीड़ का नया रिकॉर्ड बन रहा है।
यहां तीन हजार से कुछ ज्यादा पंडाल हैं। इससे सरकार और स्वास्थ्य विशेषज्ञों की चिंता कई गुना बढ़ गई है। अद्भुत पूजा बीते कुछ दिनों से धीरे-धीरे ही सही कोलकाता और आसपास के इलाकों में कोरोना के मरीजों की संख्या बढ़ने लगी है। विशेषज्ञों ने अंदेशा जताया है कि हरिद्वार के कुंभ की तरह इस बार दुर्गा पूजा भी सुपर स्प्रेडर साबित हो सकती है।
लेकिन बिना मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग के उमड़ने वाली भीड़ को संक्रमण की कोई चिंता ही नहीं है। कोरोना की पाबंदियां राज्य सरकार और कलकत्ता हाईकोर्ट ने हालांकि बीते साल की तरह इस साल भी आयोजकों को कोरोना से संबंधित पाबंदियों का पालन करने का निर्देश दिया है। लेकिन एकाध पंडाल के अलावा तमाम जगहों पर सरेआम कोरोना प्रोटोकॉल की धज्जियां उड़ रही हैं। नियम यह है कि वैक्सीन की दोनों डोज लेने वाले को ही पंडाल के भीतर प्रवेश की अनुमति है।
लेकिन इतनी भीड़ में कौन किसका सर्टिफिकेट देखता है। इन पंडालों में पहुंचने वाली भीड़ में सोशल डिस्टेंसिंग का तो कोई सवाल ही नहीं है। सेल्फी खींचने में जुटे लोग मास्क की भी परवाह नहीं कर रहे। बस मीडिया का कैमरा देखते ही कुछ देर के लिए मास्क चेहरे पर लगा लेते हैं। दुर्गा पूजा षष्ठी से शुरू होती है। लेकिन मौसम विभाग ने पूजा के दौरान भारी बारिश की चेतावनी दी थी। नतीजतन नवरात्रि के पहले दिन से ही पंडालों में भीड़ उमड़ने लगी। खासकर किसान आंदोलन और दुबई की मशहूर इमारत बुर्ज खलीफा की थीम पर बने पंडाल में तो इतनी भारी भीड़ उमड़ रही है कि कई बार तो भगदड़ जैसी स्थिति पैदा हो जाती है।