अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प और इटली की PM जॉर्जिया मेलोनी ने गुरुवार को व्हाइट हाउस में मुलाकात की। दोनों के बीच अमेरिका और यूरोपियन यूनियन के बीच संभावित टैरिफ डील को लेकर बातचीत हुई।
ट्रम्प ने कहा कि 27 देशों वाले यूरोपीय संघ से ट्रेड डील 100% होगी, लेकिन इसकी उन्हें कोई जल्दी नहीं है। उन्होंने कहा कि हर कोई डील करना चाहता है, और जो डील नहीं करना चाहते हैं, तो उनके लिए डील हम करेंगे।
इस मुलाकात में मेलोनी ने अपने और ट्रम्प के कंजर्वेटिव मूल्यों को हाईलाइट करते हुए कहा कि वे पश्चिम को फिर से महान बनाना चाहती हैं। मेलोनी ने ये भी कहा कि उन्हें भरोसा है कि जल्द ही कोई डील फाइनल होगी।
पत्रकार ने पूछा- क्या ट्रम्प ने यूरोपीय लोगों को पैरासाइट कहा?
मुलाकात के दौरान एक रिपोर्टर ने ट्रम्प से पूछा कि क्या उन्होंने कभी यूरोपीय लोगों को पैरासाइट कहा है? मेलोनी ने रिपोर्टर का सवाल ट्रम्प के सामने दोहराया।
इसे लेकर ट्रम्प ने पत्रकार को जवाब दिया, 'मैंने ऐसा कभी नहीं कहा। मैं नहीं जानता कि आप किस बारे में बात कर रहे हैं।' इसके बाद मेलोनी ट्रम्प के बचाव में आगे आईं और उन्होंने कहा कि ट्रम्प ने ऐसा नहीं कहा।
टैरिफ लगने के बाद ट्रम्प से मिलने वाली पहली यूरोपीय नेता हैं मेलोनी
मेलोनी यूरोप की पहली नेता हैं जिन्होंने अमेरिका की तरफ से यूरोपीय संघ पर 20% ट्रैरिफ का ऐलान होने के बाद डोनाल्ड ट्रम्प से मुलाकात की है। हालांकि, ऐलान के कुछ समय बाद ही ट्रम्प ने इस शुल्क को 90 दिन के लिए रोक दिया था।
मेलोनी ने कहा कि ट्रम्प ने रोम आने के उनके निमंत्रण को स्वीकार कर लिया है। संभावना है कि वे वहां यूरोपीय नेताओं से भी मुलाकात करेंगे। अगर अमेरिका और यूरोप के बीच कोई परेशानी है भी, तो यही ये होगा कि हम साथ बैठकर इसका हल निकालने की कोशिश करें।
मेलोनी ने इमिग्रेशन और वोक आइडियोलॉजी पर ट्रम्प के साथ विचार साझा किए और कहा कि मेरा लक्ष्य है कि पश्चिम को फिर से महान बनाया जाए। मुझे लगता है कि हम ये कर सकते हैं।
ट्रम्प बोले- यूरोप को NATO पर रक्षा खर्च बढ़ाना होगा
इस मुलाकात के दौरान ट्रम्प ने एक बार फिर यूरोप की आलोचना की। उन्होंने कहा कि यूरोप को इमिग्रेशन के मामले में समझदारी दिखानी चाहिए और NATO पर अपने रक्षा खर्च को बढ़ाना चाहिए।
इसके अलावा ट्रम्प ने यह भी कहा कि उनके प्रतिद्वंद्वी चीन ने उनसे संपर्क किया है और दोनों देशों के बीच चल रहे ट्रेड वॉर को खत्म करने के लिए एक समझौते पर बातचीत की इच्छा जताई है।