बिलासपुर । वैसे तो बिलासपुर शहर समेत पूरे जिले में सड़कों का कोई माई बाप नहीं है। 2-4 अपवाद छोड़कर जिले की सभी सड़कें जर्जर और छोटे बड़े गड्ढों के कारण चलने के लायक नहीं रह गई है। इन सड़कों में भी जिले के तखतपुर विधानसभा क्षेत्र में आने वाले चनाडोंगरी पंचायत से देवरीखुर्द पहुंच मार्ग की हालत शर्मनाक हो गई है। यहां सड़क निर्माण में हुए भ्रष्टाचार की अगर परतें खुली जाएं तो लोक निर्माण विभाग के कई अधिकारी नप सकते हैं। इस सड़क को बनाते समय ठेकेदार ने पानी निकासी की कोई व्यवस्था नहीं की। इसके लिए जहां जरूरी है, वहां दोन्द भी नहीं लगाए हैं।
इसके कारण पानी निकासी पूरी तरह बंद हो गई है और सड़क पर इतना अधिक पानी इक_ा हो गया है कि गांव के बच्चे उस पानी में तालाब की तरह कूद कूद कर नहा रहे हैं। ठेकेदार की इस लापरवाही की ओर लोक निर्माण विभाग के अफसर जानबूझकर ध्यान नहीं देते। शायद इसके एवज में उन्होंने पान-प्रसाद का अपना हिस्सा हासिल कर लिया है। उच्चाधिकारियों को सबसे पहले इस सड़क पर जहां जरूरी हो वहां छोटी पुलिया अथवा दोन्द लगाना चाहिए। और साथ ही बिना निकासी के सड़क निर्माण का काम करने वाले ठेकेदार और उसके साथ सांठगांठ करने वाले अधिकारी के खिलाफ जांच और कार्रवाई भी करनी चाहिए।