रायपुर। राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस कार्यक्रम की शुरूआत 29 अगस्त से की जाएगी। इस कार्यक्रम के तहत स्कूल और आंगनबाड़ी केंद्रों के बच्चों को एल्बेंडाजोल की दवा खिलाई जाएगी। इससे बच्चे मानसिक और शारीरिक रूप से स्वस्थ रहेंगे। कलेक्टर डाॅ. गौरव सिंह ने कलेक्टोरेट परिसर स्थित रेडक्राॅस सभाकक्ष में अंतर्विभागीय बैठक लेकर जिला शिक्षा अधिकारी को शत-प्रतिशत बच्चों को एल्बेंडाजोल की दवा का सेवन कराया जाना सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। साथ ही महिला बाल विकास विभाग को आंगनबाड़ी केंद्र में पंजीकृत, गैर पंजीकृत बच्चे और शाला त्यागी बच्चों को कृमिनाशक दवा खिलाने की बात कहीं। कलेक्टर डाॅ. सिंह ने कहा कि बच्चों को एल्बेंडाजोल की दवा अच्छी स्थिति में मिले। कोई भी बच्चे दवा के सेवन से छूटे न, इसका विशेष ध्यान रखें। इसकी माॅनीटरिंग भी करने के निर्देश दिए।
उल्लेखनीय है कि कृमि मुक्ति दिवस कार्यक्रम वर्ष में 2 बार छः माह के अंतराल में फरवरी व अगस्त के माह में मनाया जाता है। जिसमें 1 वर्ष से 19 वर्ष के बच्चों को स्कूल एवं आंगनबाड़ी केन्द्र, केंद्रीय विद्यालय, नवोदय विद्यालय, मदरसा, निजी स्कूल, अनुदान प्राप्त स्कूल, महाविद्यालय व तकनीकी शिक्षा संस्थान में दवा एल्बेंडाजोल निर्धारित खुराक में खिलाई जाएगी। साथ ही छुटे हुए बच्चों को 4 सितम्बर 2024 को माप-अप दिवस पर दवा सेवन कराया जाएगा। कृमि बहुत गंभीर समस्या है। इसकी वजह से बच्चे बार-बार बीमार पड़ते है। इसका प्रभाव उनके शारीरिक व मानसिक विकास पर पड़ता हैं। इसलिए इसके रोकथाम के लिये एल्बेंडाजोल की दवा खिलाई जाती है।
इस अवसर पर जिला पंचायत सीईओ विश्वदीप, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मिथिलेश चौधरी, डीपीएम मनीष मेजरवार समेत अन्य अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित थे।