ग्रीनवॉशिंग कानून क्यों जरूरी?
ग्रीन, इकोफ्रेंडली और ऑर्गेनिक प्रोडक्ट्स के बढ़ते क्रेज को भुनाने के लिए कंपनियां अक्सर झूठे और भ्रामक दावे करती हैं। कई बार वो उन प्रोडक्ट्स के बारे में आर्गेनिक होने, इकोफ्रेंडली होने के दावे करती हैं जो असल में या तो बिल्कुल भी ऑर्गेनिक या ग्रीन नहीं होतीं या फिर आंशिक रूप से होती हैं। इसी तरह की चालाकियों पर लगाम लगाने के लिए सररकार पर ग्रीनवॉशिंग कानून ला रही है। कंपनियां कुछ ऐसी ही चालाकियां कथित रूप से शुगर फ्री प्रोडक्ट्स को लेकर भी करती हैं। अब इन कंपनियों को बताना होगा कि आखिर उनका प्रोडक्ट कैसे ऑर्गेनिक, ग्रीन या शुगर फ्री हैं।