कोरबा । स्कूल में पढ़ाई के दौरान व्याख्याता अक्सर देवी- देवताओं को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणी किया करता था। इससे नाराज कुछ छात्रों ने जय श्रीराम के नारे लगा दिए। यह बात व्याख्याता को नागवार गुजरी और उसने दो छात्रों की पिटाई कर दी। मामले ने तूल पकड़ा और अभिभावक इसकी शिकायत थाना में कर दिए। पुलिस ने धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने व बच्चे के साथ मारपीट किए जाने का अपराध व्याख्याता के खिलाफ दर्ज कर लिया है।
छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले में पाली- पड़निया स्थित सरकारी हायर सेकेंडरी स्कूल में 11 वीं के छात्रों को सोमवार को हिंदी विषय के व्याख्याता राजकुमार ओगरे पढ़ा रहे थे। कक्षा में हिंदी के व्याख्याता राजकुमार ओगरे ने देवी- देवताओं का जिक्र करते हुए उनकी शैक्षणिक योग्यता पर सवाल उठाया था। उन्होंने कहा था कि देवी-देवताओं की कोई शैक्षणिक योग्यता थी क्या, उन्हें इतना क्यों मानते हो। मैं पढ़ा लिखा हूं, मेरे पास डिग्री है, तुम लोग मुझे प्रणाम किया करो। विद्यार्थी उस समय चुप रहे, छुट्टी की घंटी बजते ही बाहर निकलने पर जय श्रीराम के नारे लगाने लगे। इससे नाराज व्याख्याता ने दो बच्चों की पिटाई कर दी। इसकी जानकारी लगने पर अभिभावक स्कूल जा पहुंचे। यहां शिक्षक से जवाब तलब करते हुए हिंदुओं के आस्था को ठेस पहुंचाने पर नाराजगी जाहिर की। परिस्थितियों को देखते हुए शिक्षक अपनी गलतियों की मांगने लगा, पर अभिभावक नहीं माने।